सोने-चांदी के नकली सिक्कों से पटा है बाजार, ऐसे करें असली की पहचान
धनतेरस में सोने या चांदी के सिक्के संभलकर खरीदें। बाजार में नकली सिक्के भी हैं। कैसे करें इनकी पहचान? जानिए इस रिपोर्ट में....
पटना [जेएनएन]। धनतेरस का बाजार सजकर तैयार है। ग्राहकों को लुभाने के लिए आकर्षक ऑफर के साथ ही सर्राफा दुकानदारों के शो-केस भी एक से एक फैंसी, डिजाइनदार और स्टाइलिस आभूषणों से सज गये हैं। हर ग्राहक की पसंद का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। कोशिश यह है कि पांच सौ रुपये से खरीद की इच्छा लेकर आने वाला ग्राहक हो या शादी-ब्याह के लिए आभूषण खरीदने की चाहत लेकर आया खरीददार । कोई भी बिना खरीददारी किये दुकान से वापस न जाए।
इधर पटनाइटस भी धनतेरस में कुछ न कुछ खरीदने का मन बना चुके हैं। आभूषण या सिक्के पटनाइटस की पहली पसंद हैं। आने वाले शादी के मौसम से पहले दीपावली ऑफर का लाभ उठाकर आभूषण की खरीद से राजधानी वाले चूकना नहीं चाहेंगे। दूसरी तरफ धनतेरस में सिक्के की खरीद को शुभ मानने वाले भी अपनी चाहत पूरी करेंगे।
सावधानी से खरीदें सिक्के
सिक्कों के खरीद की इच्छा रखने वालों को सावधान रहने की जरूरत है। पटना के पुराने और स्थापित ज्वेलरी दुकानदारों की मानें तो 65 प्रतिशत नकली सिक्के बाजार में हैं। पटना गिन्नी हाउस ज्वेलर्स के विजय गुप्ता कहते हैं कि पुराने सिक्कों के नाम पर जमकर नकली सिक्के बाजार में हैं।
उन्होंने कहा कि जिनके पास पुराने सिक्के हैं , वो उस मात्रा में बेच नहीं रहे जिस मात्रा में दुकानों में बिक रहे हैं। तो दुकानों से असली पुराने सिक्के की उम्मीद ग्राहक कैसे कर सकते हैं। इसलिए पुराने सिक्कों के नाम पर ठगे जाने से बेहतर होगा भरोसेमंद दुकानों के द्वारा तैयार किये गये पांच ग्राम और दस ग्राम के सिक्कों की खरीद करें।
ऐसे करें असली व नकली सिक्के की पहचान
पुराने सिक्कों की खरीद से पहले अगर आपने इन चार उपायों को आजमाया तो संभव है कि ठगी से बच सकें। हालांकि यह महज ग्राहकों को जागरूक करने के सुझाव हैं। दैनिक जागरण इन उपायों के बाद खरीदे गये सिक्कों के असली या नकली होने की गारंटी नहीं लेता।
उपाय 1 : सिक्कों के किनारों को देखें। असली सिक्कों के किनारे घिसे हुए और धारीदार होंगे। नकली सिक्कों के किनारे घिसे हुए नहीं होंगे।
उपाय 2 : सिक्के को उछाल कर देखें। असली सिक्का गिरने पर ठक की आवाज करेगा और ठोस होने का अहसास करायेगा। नकली सिक्का छन सी आवाज करेगा।
उपाय 3 : पुराने सिक्के का वजन घिस जाने की वजह से कम हो चुका होगा। जबकि नया सिक्का आम तौर पर निर्धारित वजन का ही होता है।
उपाय 4 : पुराना सिक्का मटमैला रंग का होगा। उसमें चमक कम होगी। नया सिक्का चमकीला होगा।
पांच सौ भी है जेब में तो कर सकते हैं सर्राफा दुकान की ओर रुख
धनतेरस में सर्राफा बाजार से खरीददारी करने के लिए जरूरी नहीं है कि आपके पास मोटी रकम ही हो। अगर पांच सौ रुपये भी जेब में हैं तो बेहिचक आप दुकान में जा सकते हैं। चांदी के दस ग्राम का सिक्का तो आप लगभग पांच सौ रुपये में खरीद ही सकते हैं।
भरोसेमंद ज्वेलरी दुकानों के द्वारा तैयार किये गये दस ग्राम के सिक्के पांच सौ पन्द्रह रुपये से मिलने शुरू हो जाते हैं। बीस ग्राम के सिक्के आपको एक हजार तक में मिल जाएंगे। पुराने सिक्के के लिए साढ़े पांच सौ से छह सौ तक चुकाने होंगे। जेब थोड़ी ज्यादा ढीली करेंगे तो 3500 में हीरे जडि़त नोज पिन और 4000 से 8000 तक में पायल भी खरीदी जा सकती है।
अगर आप दस हजार रुपये खर्च करना चाहते हैं तो सोने की अंगूठी, हीरा जडि़त अंगूठी, छोटा लॉकेट भी आपका हो सकता है। अगर आपकी चाहत सोने का सिक्का खरीदने की है तो रविवार के बाजार मूल्य के अनुसार दस ग्राम के लिए 33, 250 रुपये लेकर जाएं। धनतेरस को बाजार चढ़ भी सकता है।
ऑफर का लाभ उठायें और करें शादियों की खरीददारी
अगर अबकी शादी के सीजन में आपे किसी को गिफ्ट देने का मन बनाया है, या खुद आपने लिए खरीद करनी है तो ऑफर का लाभ उठा सकते हैं।
बड़े ब्रांड की ज्वेलरी दुकानों से लेकर अमूमन हर छोटे-बड़े दुकानदारों ने ग्राहकों के लिए जबर्दस्त ऑफर पेश किये हैं। मेकिंग चार्ज में छूट से लेकर आभूषणों के दामों में कटौती के आकर्षक ऑफर ग्राहकों को लुभा भी रहे हैं। धनतेरस का इंतजार दुकानदारों के साथ ही ग्राहक भी बेसब्री से कर रहे हैं।