पहले डाक्टर, फिर बैंककर्मी बन खाते से उड़ाए 20 हजार
पीड़ित के मुताबिक वे रविवार की शाम राजाबाजार के एक प्रतिष्ठित डाक्टर के यहां परामर्श लेने के लिए आनलाइन नंबर खोज रहे थे। सोमवार को उनके मोबाइल पर एक नंबर से काल आई। काल करने वाले ने खुद को डाक्टर का कर्मी बताया और एक खाते में 10 रुपये जमा करने को कहा।
पटना। आनलाइन ठगी का एक और मामला शास्त्री नगर थाना क्षेत्र के पुनाईचक का सामने है। वहां रहने वाले वृद्ध राम एकबाल सिंह के बैंक अकाउंट से पहले डाक्टर, फिर बैंककर्मी बनकर शातिर ने 20 हजार रुपये निकाल लिए। सोमवार को उन्होंने साइबर क्राइम सेल में शिकायत की है।
पीड़ित के मुताबिक, वे रविवार की शाम राजाबाजार के एक प्रतिष्ठित डाक्टर के यहां परामर्श लेने के लिए आनलाइन नंबर खोज रहे थे। सोमवार को उनके मोबाइल पर एक नंबर से काल आई। काल करने वाले ने खुद को डाक्टर का कर्मी बताया और एक खाते में 10 रुपये जमा करने को कहा। वृद्ध ने जब कहा कि उन्हें रकम ट्रांसफर करना नहीं आता तो उसने उनसे डेबिट कार्ड का नंबर और पासवर्ड मांग खाते से पांच हजार रुपये गायब कर दिए। थोड़ी देर बाद बैंककर्मी बनकर एक व्यक्ति ने काल की और पांच हजार की अवैध निकासी की जानकारी दी। उसने ओटीपी पूछकर दो बार में पांच और दस हजार रुपये निकाल लिए।
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जेल भेजे गए दोनों साइबर ठग, बैंक खातों की जांच करेगी पुलिस
जासं, पटना: जीपीओ गोलंबर के पास से गिरफ्तार साइबर ठग बाबी कुमार और उसके साथी विजय प्रकाश को कोतवाली पुलिस ने जेल भेज दिया। इसके पूर्व दोनों से पूछताछ की गई। दोनों के पास से मिले छह एटीएम कार्ड अलग अलग नाम से है, जिन्हें वह फर्जी पता और आइडी पर खुलवाए थे। पुलिस उन सभी बैक खाता की जांच करेगी और उन्हें फ्रीज करेगी। बाबी नालंदा का, जबकि विजय परसा थाना क्षेत्र के एतवारपुर का निवासी है। पुलिस दोनों के घर का सत्यापन करने के बाद उनके अन्य साथियों की तलाश में जुटी है। बरामद मोबाइल में भी कई संदिग्ध मिले है, पुलिस उन नंबर का सत्यापन कर रही है। दोनों ठगी की रकम मंगाने के लिए फर्जी नाम पता पर खाता खुलवाते थे और फिर उन खातों में ठगी की रकम आने के बाद निकासी करते थे।