बैंककर्मी करते रहे प्रदर्शन, ग्राहक दौड़ते रहे एटीएम-एटीएम
देशव्यापी दो दिवसीय हड़ताल के कारण दूसरे दिन शनिवार को भी बैंकों का कामकाज ठप रहा।
पटना। देशव्यापी दो दिवसीय हड़ताल के कारण दूसरे दिन शनिवार को भी बैंकों का कामकाज ठप रहा। सुबह से ही भारतीय स्टेट बैंक मुख्यालय गांधी मैदान, इलाहाबाद बैंक मुख्यालय बेली रोड सहित सभी बैंक मुख्यालयों के समक्ष अधिकारी और कर्मचारी धरना-प्रदर्शन करते रहे, ग्राहक पैसे की निकासी के लिए एटीएम-एटीएम भटकते रहे।
ई-कॉर्नर वाले एटीएम के पास निकासी के लिए लोग पैसा जमा करने आने वाले लोगों का इंतजार करते रहे। तीसरे दिन रविवार होने के कारण भी बैंक बंद रहेंगे। एसबीआई की रविवार को खुलने वाली कुछ शाखाओं में पूर्ववत काम होगा। हड़ताल में ग्रामीण विकास बैंक के कर्मी नहीं शामिल हुए थे।
हड़ताल में एसबीआई सहित सभी राष्ट्रीयकृत बैंक शामिल हैं। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के प्रदेश संयोजक सह स्टेट बैंक ऑफ इंडिया स्टाफ एसोसिएशन के महासचिव संजय कुमार सिंह ने दावा किया कि दो दिनों की हड़ताल से बिहार और झारखंड में 50 हजार करोड़ का बैंक व्यवसाय ठप रहा। उन्होंने कहा कि दो दिवसीय हड़ताल सफल रही। बिहार-झारखंड के 45 हजार अधिकारी और कर्मचारी इसमें शामिल हुए।
संजय कुमार ने कहा कि 17 फरवरी को केंद्रीय नेतृत्व वार्ता करेगा। केंद्र सरकार अडियल रवैया छोकर अगर मांगे नहीं मानी तो 11, 12 और 13 मार्च को बैंककर्मी पुन: देशव्यापी हड़ताल करेंगे। उसके बाद भी मांगे नहीं मानी गई तो एक अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैंककर्मी चले जाएंगे।
गांधी मैदान स्टेट बैंक के समक्ष संजय कुमार सिंह, अजीत मिश्रा, राजेश के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में कर्मी और अधिकारी धरना-प्रदर्शन में शामिल हुए। बिहार स्टेट इलाहाबाद बैंक स्टाफ एसोसिएशन के महामंत्री उत्पलकांत और अध्यक्ष सुनील कुमार सिन्हा, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के संयुक्त सचिव डीएन त्रिवेदी, बिहार प्रोवेंशियल बैंक इम्प्लाइज एसोसिएशन के उप महासचिव संजय तिवारी सहित अनिरुद्ध प्रसाद, रामेश्वर प्रसाद, आजम हसन, जेपी दीक्षित, बी प्रसाद, आरके चटर्जी, विनोद कुमार सिन्हा ने कहा कि बैंककर्मी एकजुट हैं। केंद्र सरकार मांगों को यथाशीघ्र मान लें।
बैंककर्मियों की प्रमुख मांगों में वेतन पुनरीक्षण के तहत कुल वेतन पर 20 फीसद बढ़ोतरी, पांच दिवसीय बैंकिंग कार्य, विशेष भत्ता का मूल वेतन में समाहरण, न्यू पेंशन योजना की समाप्ति, पेंशन में बढ़ोतरी, पारिवारिक पेंशन में सुधार, स्टाफ वेलफेयर फंड का निर्धारण, ऑपरेटिंग लाभ, सेवानिवृत्ति पर मिलने वाले लाभांश पर आयकर में छूट, कांट्रैक्ट कर्मियों के लिए समान कार्य के बदले समान वेतन समेत अन्य मांगें शामिल हैं। वेतन समझौता नवंबर 2017 से लंबित है। अबतक 37 बार बैठकें हुई, इसके बाद भी समाधान नहीं निकला है। गांधी मैदान एसबीआई मुख्यालय में लगी रही कतार: गांधी मैदान स्थित एसबीआई एटीएम के समक्ष ग्राहकों की लंबी कतार लगी रही। अन्य बैंकों के अधिकांश एटीएम में कैश खत्म रहा। ग्राहकों को एटीएम से लौटना पड़ा। एसके नगर में पैसा जमा करने पर निकल जाती थी राशि: एसबीआई समेत कई बैंकों के एटीएम में पैसा जमा की भी सुविधा है। एसके नगर, गांधी मैदान, अनीसाबाद सहित कई एटीएम में लोग वैसे एटीएम में पैसा जमा करने वालों का इंतजार करते रहे। पैसा जमा करने के बाद दूसरा ग्राहक उस राशि को निकाल रहा था। उन एटीएम के गार्ड भी काफी जागरूक थे। लोगों को जानकारी देकर पैसे की लेन-देन कराते मिला। जंक्शन का एटीएम खाली, राजीव नगर में गार्ड सो रहा था अंदर: पटना जंक्शन के आसपास के सभी एटीएम में कैश खत्म हो गया था। लोग काफी परेशान हुए। वहीं राजीव नगर के सेंट्रल बैंक के एटीएम में गार्ड एटीएम के अंदर की मच्छरदानी लगाकर सो गया था।