अब अपराधी न फोन कर रहे, न पूछ रहे ओटीपी पर बैंक अकाउंट से निकाल ले रहे पैसे
पीड़ित को मोबाइल पर राशि निकासी का मौसेज आने पर ही इसकी जानकारी मिल रही है। इस तरह की घटना पटना में हर दिन किसी ना किसी के साथ हो रही है। शातिर अब बड़ी राशियों को छोड़ कर कम रकम की निकासी कर रहे है।
जागरण संवाददाता, पटना: साइबर अपराधी अब ना तो फोन कर रहे और न ही ओटीपी पूछ रहे है। सीधे कार्ड क्लोनिंग कर एटीएम से रुपये निकाल ले रहे हैं। पीड़ित को मोबाइल पर राशि निकासी का मौसेज आने पर ही इसकी जानकारी मिल रही है। इस तरह की घटना पटना में हर दिन किसी ना किसी के साथ हो रही है। शातिर अब बड़ी राशियों को छोड़ कर कम रकम की निकासी कर रहे हैं। ठगी की रकम कम होने से पुलिस भी जांच में दिलचस्पी नहीं दिखा रही है। पिछले एक माह में 32 से अधिक लोगों के खाते से रकम निकासी की शिकायतें आ चुकी है। हैरानी की बात यह है कि इसमें सबसे ज्यादा पीड़ित नौकरी करने वाले या फिर छोटे कारोबारी हैं। 90 फीसदी मामले में कार्ड क्लोनिंग की बातें सामने आई हैं।
एक ही एटीएम से तीन लोगों के खाते से 25-25 हजार की निकासी
पुरंदपुर के रहने वाले शिक्षक शैलेंद्र का कार्ड क्लोन कर शातिरों ने तीन बार में उनके खाते से 25 हजार रुपए की निकासी कर ली। शैलेंद्र के लिखित बयान पर जक्कनपुर थाने में मामला भी दर्ज किया गया है। उन्होंने पुलिस को बताया कि दोपुलवा को पास स्थित केनरा बैंक के एटीएम से उन्होंने पांच हजार रुपया निकाला था। इसके बाद ही उनके खाते से 25 हजार रुपए की निकासी हुई। ऐसे में पुलिस को सन्देह है कि वहां पहले से मौजूद साइबर ठग ने कार्ड की क्लोनिंग कर ली। कुछ दिन पहले ही रिटायर्ड सैनिक उदय के खाते से भी 25 हजार रुपये निकालने के मामले में जक्कनपुर थाने में एफआइआर दर्ज कराई गई है। वहीं दिलीप जक्कनपुर इलाके के रहने वाले हैं और रेलवे में कर्मी है। उन्होंने भी निकाले थे।
कार्ड क्लोनिंग कर ठगी की रकम से खरीदा जूता
पांच जनवरी को खाताधारक बैंक में ही थे और शातिरों ने उनके खाते से पहले डाक बंगला चौराहा के पास स्थित एक दुकान से 24995 रुपए का जूता खरीदा फिर डाक बंगला के पास के ही एक एटीएम से 25 हजार रुपए की निकासी कर ली। इस संबंध में शिकार नागेश्वर ने कोतवाली थाने में शिकायत की थी।
बिना ओटीपी और मैसेजे के एक लाख की हुई निकासी
रिटायर बिजलीकर्मी के खाते से साइबर शातिरों ने एक लाख रुपये की निकासी कर ली। शातिरों ने निकासी दिसंबर महीने में ही की लेकिन उन्हें इसकी जानकारी जनवरी में तब हुई जब वे खाता अपडेट कराने बैंक पहुंचेे। उन्होंने पुलिस को बताया था कि कभी कोई फोन कर बैंक ओटीपी के बारे में नही पूछा। यहां तक कि मोबाइल पर कोई ओटीपी या लिंक नहीं आया।
चार थाना क्षेत्र में सबसे अधिक वारदात
पिछले एक माह में सबसे अधिक एटीएम से ठगी के मामले जक्कनपुर, कंकड़बाग, पत्रकारनगर और कोतवाली थाना क्षेत्र से सामने आए। पुलिस को आशंका है कि कही न कही शातिर एटीएम से छेड़छाड़ कर डिवाइस सेट कर रहे है और कार्ड की क्लोनिंग कर रुपये की निकासी कर रहे है। इसमें खास बात यह कि निकासी की रकम 25 हजार के आसपास है। ज्यादातर घटना रात के 11:50 से रात 12:15 बजे के बीच हो रही है।