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    Bihar Election Result 2025: बाहुबली खुद तो जीते ही, रिश्तेदारों को भी जिताया

    Updated: Fri, 14 Nov 2025 09:10 PM (IST)

    बिहार की राजनीति में बाहुबलियों का प्रभाव अभी भी कायम है। इस बार कई बाहुबलियों ने खुद चुनाव जीता और अपने रिश्तेदारों को भी जिताने में सफलता प्राप्त की। बाहुबलियों का दबदबा राजनीति में परिवारवाद को बढ़ावा देता है, जिससे योग्य उम्मीदवारों के अवसर कम हो जाते हैं।

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    राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) में बाहुबली और दबंग नेताओं ने तो जीत दर्ज की ही, उनके नाते-रिश्तेदारों ने भी जीत का स्वाद चखा। हालांकि कुछ को हार का सामना भी करना पड़ा। मोकामा से जदयू के टिकट पर बाहुबली अनंत सिंह ने जीत दर्ज की तो इसी सीट से सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी को हार का सामना करना पड़ा।

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    पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब राजद के टिकट पर रघुनाथपुर से जीतकर पहली बार विधायक बने तो जदयू विधानपार्षद दिनेश सिंह और लोजपा सांसद वीणा देवी की बेटी कोमल सिंह भी गायघाट से जीत पहली बार विधायक बनीं। पूर्व विधायक मुन्ना शुक्ला की बेटी शिवानी शुक्ला को हार का सामना करना पड़ा। उन्हें भाजपा के संजय कुमार सिंह ने पराजित किया।

    इसी तरह बाहुबली नेता मनोरंजन सिंह उर्फ धूमल सिंह ने जदयू के टिकट पर एकमा से, अमरेन्द्र कुमार पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय ने जदयू के टिकट पर कुचायकोट से और लोजपा रामविलास के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने गोविंदगंज सीट से जीत दर्ज की है। दानापुर से राजद के बाहुबली रीतलाल यादव को भाजपा के रामकृपाल यादव के हाथों हार का सामना करना पड़ा है।

    तस्लीमुद्दीन के दोनों बेटे हारे, पारस के बेटे को भी मिली हार:

    पूर्व केंद्रीय मंत्री तस्लीमुद्दीन के दोनों बेटों को भी इस बार हार का सामना करना पड़ा है। शाहनवाज आलम राजद जबकि सरफराज आलम जनसुराज के टिकट पर जोकीहाट से आमने-सामने थे। इन दोनों को एआइएमआइएम के मो. मुर्शिद आलम ने हराया है। राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस के बेटे यशराज को भी अलौली सीट से हार मिली है। वह तीसरे स्थान पर रहे।

    जहानाबाद सीट से पूर्व सांसद जगदीश शर्मा के बेटे राहुल शर्मा, घोसी से पूर्व सांसद अरुण कुमार के बेटे ऋतुराज, पूर्व विधायक अशोक कुमार मुन्ना के बेटे डॉ. मांजरिक मृणाल, अतरी से पूर्व मंत्री अनिल कुमार के भतीजे रोमित कुमार ने जीत दर्ज की है।

    पूर्व सांसद दिग्विजय सिंह की बेटी श्रेयसी सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र के बेटे नीतीश मिश्रा ने भी एक बार फिर भाजपा के टिकट पर चुनाव जीता है। पूर्व विधायक जर्नादन मांझी के बेटे एवं मंत्री जयंत राज भी अमरपुर से फिर से विजयी रहे हैं। पूर्व मंत्री नरेन्द्र सिंह के बेटे एवं मंत्री सुमित कुमार सिंह को चकाई से इस बार हार मिली है।

    रामचंद्र पूर्व और समता देवी की बेटी हारीं:

    उपेन्द्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता सासाराम, जीतन राम मांझी की बहू दीपा कुमारी इमामगंज, समधन ज्योति देवी बाराचट्टी से विजयी रही हैं। बाराचट्टी से पूर्व विधायक समता देवी की बेटी एवं भगवती देवी की नातिन तनुश्री को हार का सामना करना पड़ा है। परिहार से पूर्व मंत्री रामचंद्र पूर्वे की बहू स्मिता को भी हार मिली है। दोनों राजद के टिकट पर चुनाव लड़ रही थीं।