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बिहार: मूर्ति विसर्जन को लेकर थाने पर हमला, पटना-सीवान में फायरिंग

बिहार में मूर्ति विसर्जन को लेकर मामला गरमा गया है। पटना में फायरिंग हुई है। वहीं सीवान में एक कदम और आगे बढ़कर आक्रोशित लोगों ने आेपी पर हमला कर दिया। बचने के लिए पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी।

By Rajesh ThakurEdited By: Published: Tue, 12 Feb 2019 10:27 PM (IST)Updated: Tue, 12 Feb 2019 10:34 PM (IST)
बिहार: मूर्ति विसर्जन को लेकर थाने पर हमला, पटना-सीवान में फायरिंग
बिहार: मूर्ति विसर्जन को लेकर थाने पर हमला, पटना-सीवान में फायरिंग

पटना [जागरण टीम ]। बिहार में मूर्ति विसर्जन को लेकर मामला गरमा गया है। पटना में फायरिंग की घटना हुई है। पाटलिपुत्रा थाना क्षेत्र का गोसाईं टोला थोड़ी देर के लिए रणक्षेत्र बन गया था। पटना में हुई घटना के पीछे प्रमोद सिंह का नाम आ रहा है। यह वही प्रमोद सिंह है जिसका नाम सेक्‍स रैकेट में आ चुका है तथा वह पहले भी जेल जा चुका है। वहीं सीवान में आक्रोशित भीड़ ने लकड़ी नबीगंज ओपी पर हमला कर दिया। मामला इतना अधिक उग्र हो गया कि पुलिस को अपने बचाव में फायरिंग करनी पड़ी। 

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पहले पटना का मामला

पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र का गोसाईं टोला मंगलवार की देर शाम रणक्षेत्र में बदल गया। थाने से 10 मीटर की दूरी पर स्थित आरडी कॉम्प्लेक्स के मालिक प्रमोद सिंह और स्थानीय लोगों के बीच मूर्ति विसर्जन जुलूस के दौरान हिंसक झड़प हो गई, जिसके बाद जमकर फायरिंग और पथराव शुरू हो गया। कॉम्प्लेक्स का मालिक अपने चार बॉडीगार्ड के साथ हवाई फायरिंग करते हुए थाने तक आए। थाने के बाहर भी उसने पांच राउंड फायरिंग की और पुलिस मूकदर्शक बनी रही। इसकी वजह से भीड़ और उग्र हो गई। स्थानीय लोगों ने पथराव कर कॉम्प्लेक्स के अंदर संचालित होटल और रेस्टोरेंट को तहस-नहस कर दिया। करीब 20 वाहनों के शीशे तोड़ डाले।

सूचना मिलते ही डीएसपी (विधि-व्यवस्था) डॉ. राकेश कुमार दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। आक्रोशित भीड़ को देखते हुए प्रमोद और उसके चार बॉडीगार्ड को हिरासत में ले लिया। उनके हथियार भी जब्त कर लिए गए। तब लोगों का गुस्सा शांत हुआ। इलाके में तनाव की स्थिति को देखते हुए पुलिस लाइन से स्टेट रैपिड एक्शन फोर्स के 20 लाठी जवानों को बुलाया गया। एहतियात के तौर पर पुलिस ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों को बुलाकर उग्र लोगों से वार्ता कराई। इस दौरान धर्मेंद्र मुखिया और पप्पू भी थाने में पहुंचे थे। गौरतलब है कि पप्पू का आपराधिक इतिहास रहा है। वह हत्या सहित कई कांडों में आरोपित है।

पटना में ऐसे शुरू हुआ था विवाद

शाम करीब साढ़े सात बजे गोसाईं टोले के कुछ लड़के जुलूस लेकर मां सरस्वती की प्रतिमा का विसर्जन करने दीघा घाट जा रहे थे। पीछे से आरडी कॉम्प्लेक्स का मालिक प्रमोद सिंह बॉडीगार्ड के साथ दो लग्जरी कार से था। कार का चालक हॉर्न बजा रहा था, लेकिन जुलूस के कारण गाड़ी को जगह नहीं मिल रही थी। इतने में प्रमोद का बॉडीगार्ड कार से उतरा और स्थानीय निवासी व हार्डवेयर दुकानदार राजेश की बुरी तरह पिटाई कर दी, जिससे उसका सिर फट गया। राजेश को पीटता देखकर स्थानीय लोग गोलबंद हो गए। तब बॉडीगार्ड ने हवा में फायरिंग कर दी। बॉडीगार्ड की हरकत से आक्रोशित लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। प्रमोद का बॉडीगार्ड हवा में गोलियां दागते हुए पाटलिपुत्र थाने तक पहुंचा। वहीं, कार चालक प्रमोद को लेकर तेजी से थाने की तरफ बढ़ा।

पुलिस को देखकर मिल गया प्रमोद को बल

थाने के बाहर मौजूद पुलिसकर्मियों को देखकर प्रमोद और उसके सुरक्षाकर्मियों को बल मिल गया। वे चाहते तो थाने में जाकर जान बचा सकते थे, लेकिन उन्होंने पुलिस के सामने ही गोलीबारी शुरू कर दी। स्थानीय लोग चिल्लाकर पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगा रहे थे। इस बीच प्रमोद स्कॉर्पियो लेकर भागने लगा। तब दारोगा मो. नदीम ने खदेड़कर प्रमोद को पकड़ लिया और थाने में लेकर चले गए। लोगों ने प्रमोद की स्कॉर्पियो तोड़ दी। इधर, स्थानीय लोग आरडी कॉम्प्लेक्स के अंदर घुस गए और वहां भी तोडफ़ोड़ शुरू कर दी। आरडी होटल में शादी समारोह था। पथराव शुरू होते ही समारोह में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल लोगों को परेशान नहीं किया, लेकिन कॉम्प्लेक्स के अंदर खड़े उनके वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया।

सेक्स रैकेट संचालन का आरोपित रहा है प्रमोद

पाटलिपुत्र थाने के तत्कालीन इंस्पेक्टर संजीब शेखर झा ने आरडी होटल में छापेमारी कर सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया था। इसके बाद उसके बॉडीगार्ड को अवैध हथियार रखने के आरोप में भी जेल भेजा गया था। स्थानीय लोगों की मानें तो प्रमोद और उसके गुर्गे आए दिन फायरिंग करते रहते हैं, लेकिन थाना पुलिस मौन रहती है। उसके होटल में बड़े अधिकारियों का आना-जाना लगा रहता है। सूत्र बताते हैं कि प्रमोद पर बोकरो (झारखंड) में संगीन मामला दर्ज है, जिसमें वह फरार है। उसकी गिरफ्तारी का वारंट कई बार पाटलिपुत्र थाने में आ चुका है, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती। आरडी कॉम्प्लेक्स में आइपीएस और बीपीएस रैंक के अधिकारियों के भी फ्लैट हैं। 

सीवान में डीजे तोडऩे पर भड़के ग्रामीण 

सीवान के लकड़ी नबीगंज प्रतिनिधि के अनुसार लकड़ी नबीगंज ओपी क्षेत्र के गोपालपुर में ब्रह्मस्थान के पास स्थापित मां सरस्वती की पंडाल में सोमवार रात तेज आवाज में डीजे बजाने पर पुलिस और पूजा समिति के बीच विवाद हो गया। डीजे तोडऩे और ऑपरेटर की पिटाई से भड़के ग्रामीण रात में ही ओपी पहुंचे और नारेबाजी करते हुए पथराव किया। ओपी प्रभारी ने समेत तीन जवानों के चोटिल होने पर पुलिस ने करीब दस राउंड हवाई फायरिंग की। सूचना पर एएसपी संजय कुमार भगवानपुर, बसंतपर, गोरेयाकोठी, जामो, महाराजगंज थाने की पुलिस के साथ पहुंचे और ग्रामीणों को खदेड़ा। रात्रि डेढ़ बजे के बाद जनप्रतिनिधियों के सहयोग से किसी तरह मामला शांत हुआ। 

यह था मामला

दरअसल सरस्वती पूजा पंडाल में देर शाम तेज आवाज में डीजे बज रहा था। मौके पर पहुंची पुलिस ने पूजा समिति को इसे बंद कराने को कहा। इसे लेकर समिति से उनका विवाद होने लगा। इसी बीच पुलिस ने डीजे ऑपरेटर गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर थानान्तर्गत कतारपुर निवासी रोहित कुमार को पीट दिया। पुलिस डीजे और लाउडस्पीकर के तार तोडऩे के बाद वहां से चली गई। इससे आक्रोशित सैकड़ों ग्रामीण रात में ही लकड़ी नबीगंज ओपी पहुंचे और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। अभी पुलिस कुछ समझ पाती, तभी कुछ शरारती तत्वों ने रोड़ेबाजी कर दी। ग्रामीणों ने सरकारी वाहनों के शीशे तोडऩे के साथ वहां लगे पोस्टर फाड़ दिए। ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस ने अपने बचाव में करीब 10 राउंड हवाई फायरिंग की। इससे वहां भगदड़ मच गई और कई लोग घायल हो गए। कई लोगों की बाइक भी क्षतिग्रस्त हो गई। घायलों का इलाज निजी क्लीनिक में इलाज कराया गया। घटना में ओपी प्रभारी रविंद्रपाल  समेत तीन अन्य जवान भी चोटिल हुए हैं।


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