तेजप्रताप की शादी: एेश्वर्या को लगी हल्दी, बाबा रामदेव ने तेज को दिया ये गिफ्ट
लालू यादव के घर जहां तेजप्रताप यादव के हल्दी-कलश और मटकोर की रस्म हो रही है तो वहीं होने वाली दुल्हन को हल्दी लगाई गई । लालू आवास पहुंचे बाबा रामदेव ने तेज को गिफ्ट दिया।
पटना [जेएनएन]। लालू यादव के घर में शहनाई की गूंज के बीच पकवानों की खुशबू बिखरी हुई है, तो वहीं आज मड़वा-मटकोर और हल्दी की रस्म हो रही है। दिन में तेजप्रताप की होने वाली पत्नी एेश्वर्या राय को हल्दी लगाई गई। सबसे पहले उनकी मां ने उन्हें हल्दी लगाई। उधर, लालू यादव के घर योगगुरु बाबा रामदेव पहुंचे। लालू परिवार ने रामदेव का स्वागत किया और उन्होंने तेजप्रताप को सोने की चेन पहनाई।
लालू के घर में सभी मेहमान आ चुके हैं। लालू की सबसे छोटी साली गिरिजा देवी जो लालू की सबसे दुलारी हैं उन्होंने आज सुबह ही लालू को मटकोर का गाना-कहवां के पीयर माटी, कहां के कोदारि हे, कवहां के सास सुहागिन माटी कोड़े जात हे..यह गीत गाकर गिरिजा देवी ने लालू यादव को उत्सवी माहौल में ला दिया।
लालू यादव सो कर उठे तो उनके सामने साली गिरिजा देवी और पत्नी राबड़ी देवी थीं। गिरिजा लालू यादव की सबसे छोटी साली हैं। उन्हें लालू बहुत मानते हैं। रांची से पटना आने के बाद 10 सर्कुलर रोड में गिरिजा देवी के सलाह पर घरवालों ने लालू यादव पर गुलाब की पंखुड़ियां बरसाई थीं।
छोटी साली की अदा देख मुस्कुराए लालू
गिरिजा देवी ने लालू को 5-7 दिन पहले से घर में चल रही शादी की तैयारी की जानकारी दी। बताया कि कैसे मेंहदी के रस्म में सभी ने ठुमके लगाए। अपनी साली की अदा देख लालू मुस्कुराए। इस बीच लालू की सातों बेटियां एक-एक कर उनके कमरे में आईं और हल्दी-मटकोर की अभी तक की पूरी तैयारी बताई।
फिर लालू तैयार होकर अपने बैठकखाने में पहुंचे तो उन्हें घर के बाहर मिलने वालों की भीड़ से अवगत कराया गया। रांची जेल आईजी के निर्देश के मद्देनजर मीडिया के लोगों को घर में इंट्री नहीं है पर लालू से मिलने आने वाले सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को धीरे-धीरे घर में बुलाया गया। एक-एक कर लालू ने लोगों से राज्य की स्थिति की जानकारी ली और सभी को शनिवार को तेज प्रताप की बारात में चलने की सलाह दी।
बाबा रामदेव ने तेज प्रताप को पहनाया रक्षासूत्र
बाबा रामदेव ने तेज प्रताप यादव को रक्षासूत्र पहनाकर आशीर्वाद दिया। रामदेव ने तेज प्रताप और ऐश्वर्या की शादी को लेकर कहा कि ऐश्वर्या बहुत ही सौभाग्यवती है और तेज प्रताप भी बहुत यशस्वी हैं। हमने बड़ों से यही सुना है कि संबंध भगवान के यहां से तय होते हैं। भगवान इन दोनों की जोड़ी को बहुत यशस्वी करें। दोनों की जिंदगी में सभी प्रकार का सुख बना रहे। परिवार का आध्यात्मिक गुरु होने के नाते मैं आशीर्वाद देने के लिए आया हूं।
नींबू-मिर्च और फूल से सजा राबड़ी आवास
लालू परिवार पर पिछले एक साल से चल रही राजनीतिक और पारिवारिक संकटों को देखते हुए परिवार वालों और समर्थकों ने 10 सर्कुलर रोड के मुख्य गेट पर नींबू मिर्च और गेंदे के फूल से गेट को सजाया गया है। राघोपुर के एक समर्थक ने बताया कि गंदी नजरों से साहेब को बचाने के लिए हम लोगों ने ही इस तरह की सजावट की है।
गेट पर बज रही शहनाई
10 सर्कुलर रोड सुबह से ही शादी की फिजा में तैर रहा है। अंदर बाहर दोनों जगह शहनाइयां बज रही हैं। शहनाई बजाने के लिए जोधपुर से ताहिर और उनके सहयोगी आए हैं। लालू के दामाद, बेटी, भाइयों का परिवार, उनके साले और राबड़ी देवी के मायके वालों का आना-जाना लगा हुआ है। लालू यादव के पटना आ जाने से शादी का उत्साह दोगुना हो गया है।
लालू यादव के सहयोगी और विधायक भोला यादव ने कहा कि लालू यादव के आने से शादी की खुशियां 16 गुना से बढ़कर 32 गुना हो गई हैं। घरवालों ने शाम में होने वाले मटकोर और हल्दी कलश की तैयारी कर ली है। लालू के गांव फुलवरिया से उनके भतीजे और पोते गांव के पंडित और हजाम को लेकर पटना पहुंच गए हैं।
योगगुरु बाबा रामदेव ने तेजप्रताप को दिया गिफ्ट, एेश्वर्या को दिया आशीर्वाद, देखें तस्वीरें..
मटकोर और हल्दी कलश के लिए परिसर में ही एक तरफ विशेष तौड़ पर कलकत्ता से मंगाए गए फूलों और पत्तियों से सजावट किया गया है। अतिथियों को तेजस्वी के सरकारी आवास 5 देशरत्न मार्ग में भी ठहराया गया है।
दुल्हन एेश्वर्या को लगी हल्दी
उधर दूल्हा तेज प्रताप के घर पर हल्दी मटकोर की तैयारी है तो इधर दुल्हन ऐश्वर्या की शादी समारोह की तैयारी अंतिम चरण में है। उनकी चाचियों और मौसियों ने दुल्हन की शादी के रस्म शुरू कर दिए हैं। उनकी मां पूर्णिमा राय ने चांदी की चौकी पर पीले रंग की साड़ी में अपनी बेटी ऐश्वर्या को बिठाकर चुमावन (शादी का रस्म) की रस्म पूरी की।
20 हजार लोग देख सकेंगे जयमाल
परिसर में शहनाइयों की तान पर शादी के गीत बजाए जा रहे हैं। पिता चंद्रिका राय घर की तैयारियों के साथ-साथ जयमाल और बारात को खिलाने वाले जगह वेटनरी कॉलेज मैदान का लगातार जायजा ले रहे हैं। वेटनरी ग्राउंड में जयमाल के लिए इतना ऊंचा मंच बनाया जा रहा है कि 15-20 हजार लोग वर-वधू को आसानी से देख सके।