CM नीतीश पर हमला: सरकार ने दिए जांच के निर्देश 21 लोग गिरफ्तार
सीएम नीतीश ने अपने काफिले पर हुए हमले के बाद विपक्ष पर ताना कसते हुए कहा है कि जिन लोगों से काम से मतलब नहीं, वो पत्थर बरसाते हैं। सरकार ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
पटना [जेएनएन]। विकास समीक्षा यात्रा के दौरान शुक्रवार को बक्सर जिले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफिले पर ग्रामीणों में हमला कर दिया जिसमें सीएम नीतीश बाल-बाल बचे लेकिन इस हमले में कई सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। अब मामले की जांच को सरकार ने गंभीरता से लिया है और इसके लिए एक जांच टीम गठित कर दी गई है।
सीएम के काफिले पर हुई पत्थरबाजी मामले में अबतक 21 लोग हिरासत में लिए जा चुके हैं। अभी कमिश्नर आनंद किशोर और आईजी नैयर हसनैन खान गांव पहुंचने वाले हैं और पुलिस इलाके में फ्लैग मार्च कर रही है।
सीएम के काफिले पर हुए हमले की जांच का जिम्मा पटना जोन के आईजी नैय्यर हसनैन खां और पटना के डिविजनल कमिश्नर आनंद किशोर को मिला है। ये दोनों अधिकारी इस हमले की जांच करेंगे और रिपोर्ट सरकार को सौंपेंगे।
हमले के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि समाज में प्रेम व सदभाव बना रहे, इसके लिए हम सभी को सतर्क रहना चाहिए। कुछ लोग ऐसे हैं जिन्हें विकास के कार्यों से कोई मतलब नहीं। काम करना उन्हें पसंद नहीं इसीलिए ये लोग पत्थर बरसाते हैं। लेकिन, उनलोगों का मंसूबा कामयाब नहीं हो पाता है।
सीएम ने कहा कि सात निश्चय योजनाओं के तहत बिहार विकास की राह पर चल रहा है। इस विकास को देखकर कुछ लोगों को जलन हो रही है। विकास के प्रति मेरी प्रतिबद्धता को देखकर 'वे लोग' परेशान हैं। लेकिन इस तरह से मेरा काम करने का ना अंदाज बदलेगा ना ही विकास के काम में बाधा आएगी।
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को बक्सर जिले के डुमरांव स्थित बीएमपी मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित किया और उसके बाद उन्होंने 270 करोड़ की 168 योजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन किया। उन्होंने शिलापट्ट देख कर कहा कि इतनी योजनाओं को एक साथ देख कर खुशी हो रही है।
नीतीश कुमार ने कहा कि सामाजिक कुरीतियों को मिटाये बगैर विकास अधूरा है और इसके लिए दहेज और बाल विवाह जैसी कुप्रथा को मिटाने का संकल्प लेना चाहिए। एेसी शादी में ना जाएं जिसमें दहेज लिया गया हो। बाल विवाह व दहेजमुक्त समाज के लिए आम जनता को आगे आना होगा।
सीएम ने कहा कि हम राज नहीं सेवा करते हैं और हमें भोग से रिश्ता नहीं, बल्कि काम की चिंता सताती है।उन्होंने सभा में उपस्थित लोगों से 21 जनवरी को बनने वाली मानव शृंखला में शामिल होने के लिए संकल्प दिलाया।