एटीएम चोरीः 18 से 25 साल थी शातिरों की उम्र, दी जाती थी चोरी की ट्रेनिंग
पटना में एक ही रात चार एटीएम को निशाना बनाने वाले चोर कम उम्र के भले हों पर शातिर थे। इनको चोरी के पहले बकायदा ट्रेनिंग दी जाती थी। मामले में पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया है।
पटना, जेएनएन। राजधानी के विभिन्न थाना इलाकों में स्थित चार एटीएम से बुधवार की रात 35 लाख रुपये कैश चोरी करने वाले गिरोह की पहचान कर ली गई है। कुछ बदमाशों के चेहरे और हुलिए सीसीटीवी फुटेज में वारदात के समय और उसके बाद कैद हो गए थे। जिसके आधार पर पता चला है कि घटना को अंजाम देने वाले बदमाशों की उम्र 18 से 25 साल के बीच है।
जक्कनपुर के एसबीआइ को सबसे पहले बनाया निशाना
इस संबंध में सिटी एसपी पूर्वी राजेन्द्र कुमार भील ने बताया कि अनुसंधान के दौरान यह पता चला कि बदमाशों ने सबसे पहले जक्कनपुर स्थित एसबीआइ के एटीएम को अपना निशाना बनाया। इसके बाद कदमकुआं, सुल्तानगंज और फिर आलमगंज एटीएम को काटा। इसके बाद अपराधी इनोवा गाड़ी पर सवार होकर गांधी मैदान होते हुए पटना दानापुर सड़क से निकल भागे। सिटी एसपी पूर्वी के अनुसार कम उम्र के बदमाशों द्वारा वारदात को अंजाम दिया गया।
गिरोह में कई राज्यों के शातिर बदमाश शामिल
जांच में पुलिस को इस बात की जानकारी मिली है कि इस गिरोह में कई राज्यों के शातिर बदमाश शामिल हैं। गिरोह का सरगना कम उम्र के लड़कों को भर्ती करता है। उन्हें ट्रेनिंग देकर उससे ऐसी वारदातों को अंजाम दिलवाता है। गौरतलब है कि पटना पुलिस की टीम इस मामले की जांच करने बंगाल, दिल्ली, यूपी और गुरुग्राम गई हुई है। बिहार के विभिन्न जिलों सहित दूसरे राज्यों में भी छापेमारी कर रही है।
झारखंड पहुंची एसआइटी
एक टीम जांच के सिलसिले में झारखंड भी गई है। सूत्रों की मानें तो राजधानी में पूर्व में एटीएम से कैश चोरी के मामले में झारखंड के एक गिरोह का हाथ होने की जानकारी पुलिस को मिली थी। बुधवार की रात जिस तरह चार एटीएम से कैश की चोरी हुई है, इस गिरोह द्वारा वारदात को अंजाम देने की शैली भी इससे मिलती-जुलती है। जल्द ही पुलिस गैंग के बारे में रहस्योद्घाटन करेगी।