अशोक चौधरी का तेजस्वी पर कटाक्ष- उन्माद फैलाकर सत्ता हासिल करना चाहते हैं कुछ लोग
राघोपुर में दलितों का घर जलाये जाने के मामले में जदयू ने तेजस्वी पर हमला बोला है। अशोक चौधरी ने कहा कि कुछ लोग उन्माद फैलाकर सत्ता पाना चाहते हैं।
पटना [जेएनएन]। बिहार के वैशाली जिले के राघोपुर में दलितों का घर जलाये जाने के मामले ने सियासी रंग लेना शुरू कर दिया है। आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति शुरू हो गई है। बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और विधान पार्षद अशोक चौधरी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राघोपुर के मलिकपुर गांव में दलितों के घर जलाने के मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जायेगा। तेजस्वी पर कटाक्ष किया कि आज कुछ लोग समाज को तोड़ने और जातीय उन्माद फैलाने की कोशिश में लगे हैं, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे। बता दें कि डॉ. चौधरी गुरुवार को पीडि़त परिवारों से मिलने गये थे।
अशोक चौधरी ने कहा कि इस प्रदेश के लोग 1990 के दशक में दलितों के उपर हुए नरसंहार और अत्याचार को नहीं भूले हैं। उस समय जिस राजनीतिक दल की सरकार थी, वहीं दल और उनके संरक्षण में पलने वाले लोग पुन: बिहार को उसी जातीय उन्माद में धकेलना चाहते हैं। लेकिन नीतीश कुमार की सरकार में उनके नापाक मंसूबों को सफल नहीं होने दिया जायेगा।
पूर्व मंत्री ने कहा कि आज नीतीश कुमार चाहते हैं कि बिहार में दलित के बच्चे पढ़ें-लिखें, इसलिए उन्हें आइएएस और डिप्टी कलक्टर बनने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। वहीं दूसरी ओर दलितों के नाम पर राजनीतिक रोटी सेंकने वाले जीतन राम मांझी जैसे लोग उन्हें अपराधी बनाना चाहते हैं। बिहार में अराजकता फैलाना चाहते हैं।
अशोक चौधरी ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा नीतीश कुमार की सरकार से पहले जिस पार्टी की सरकार थी और जो दलितों के हितैषी होने का दावा करते हैं, उस दल के नेता ने पीडि़त परिवारों से मिलना भी उचित नहीं समझा।
चौधरी ने कहा कि मैंने घटनास्थल का दौरा कर दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने और पीडि़त परिवारों को उचित मुआवजा, सरकारी सुरक्षा मुहैया कराने का निर्देश दिया है। संवाददाता सम्मेलन में दिलीप चौधरी, रामचन्द्र भारत, रंजीत कुमार झा सहित कई नेता मौजूद रहे।