Move to Jagran APP

बिहार:19502 शिक्षकों की नियुक्ति पर लगा ग्रहण, जानिए वजह

समान काम के बदले समान वेतन को लेकर फंसे पेंच की वजह से हाईस्कूल व प्लस टू स्कूलों में 19502 शिक्षकों की नियुक्ति पर ग्रहण लग गया है। हाईस्कूलों में 12 हजार शिक्षकों की जरूरत है।

By Kajal KumariEdited By: Published: Thu, 19 Apr 2018 03:09 PM (IST)Updated: Thu, 19 Apr 2018 08:18 PM (IST)
बिहार:19502 शिक्षकों की नियुक्ति पर लगा ग्रहण, जानिए वजह
बिहार:19502 शिक्षकों की नियुक्ति पर लगा ग्रहण, जानिए वजह

पटना [जेएनएन]। हाईस्कूल और प्लस टू स्कूलों में 19502 शिक्षकों की नियुक्ति होनी है, लेकिन इन शिक्षकों की नियुक्ति में फिलहाल ग्रहण लग गया है। साढ़े तीन लाख नियोजित शिक्षकों को समान काम के बदले समान वेतन का मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में रहने के कारण फिलहाल यह नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पा रही है।

loksabha election banner

बता दें कि 12 जुलाई को सु्प्रीम कोर्ट में इस मामले पर फैसला आने के बाद ही नियुक्ति पर विचार हो सकेगा। पांच हजार से अधिक उत्क्रमित उच्च और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों की काफी कमी है। जिसकी वजह से छात्रों की पढ़ाई बाधित हो रही है। हाईस्कूलों में खास कर गणित, अंग्रेजी और विज्ञान के शिक्षकों की काफी कमी है।

पिछले वर्ष ही शिक्षा विभाग ने गणित, विज्ञान, अंग्रेजी, संस्कृत व हिंदी सहित विभिन्न विषयों के शिक्षकों की नियुक्ति के लिए पदवर्ग समिति से स्वीकृति ले ली थी। पिछले वर्ष शिक्षक दिवस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की घोषणा के बाद केंद्रीयकृत तरीके से बहाली की प्रक्रिया पूरी होनी है।

पहले बहाली नियोजन इकाई के माध्यम से होनी थी। विद्यालय शिक्षक चयन आयोग के माध्यम से विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए जिस प्रकार विश्वविद्यालय सेवा आयोग का गठन किया जा रहा है, उसी प्रकार विद्यालय शिक्षक चयन आयोग गठित करने की बात हो रही है।

राज्य में 5391 माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूल हैं। मध्य विद्यालयों को उत्क्रमित कर बने हाईस्कूलों में शिक्षकों की काफी कमी है। इन स्कूलों में मध्य विद्यालय के बीएससी और इससे अधिक डिग्रीधारी और योग्य शिक्षकों से पढ़ाई की व्यवस्था की गई है, लेकिन इनकी भी संख्या काफी कम है।

प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए हाल में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने टीईटी लेने के बाद रिजल्ट भी जारी कर दिया है, लेकिन हाईस्कूल और प्लस टू स्कूलों में बहाली के लिए एसटीईटी (सेकेंडरी शिक्षक पात्रता परीक्षा) नहीं ली गई है। बहाली में पारदर्शिता के लिए भी उपाय किए गए है।

जानिए कितने शिक्षकों की है जरूरत

- उच्चतर माध्यमिक स्कूल में आठ हजार शिक्षकों की जरूरत है 

वर्तमान में राज्य में माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्कूलों की स्थिति

- राजकीय, प्रोजेक्ट व संस्कृत विद्यालय – 2937

- राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत – 1153

- राज्य योजना से 45 पंचायत में स्थापित उच्च माध्यमिक विद्यालय-2158


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.