सिविल कोर्ट की बंद तीनों फ्रैंकिंग मशीनें चालू
पटना । 'ज्यूडिशियल स्टांप न मिलने से बढ़ रही सजा की अवधि' शीर्षक से गुरुवार को दैनिक जाग
पटना । 'ज्यूडिशियल स्टांप न मिलने से बढ़ रही सजा की अवधि' शीर्षक से गुरुवार को दैनिक जागरण में छपी खबर रंग लाई। पटना सिविल कोर्ट में पांच दिनों से बंद पड़ी फ्रैंकिंग मशीन को आनन-फानन में चालू किया गया। इस मशीन से अधिवक्ताओं एवं जरूरतमंद लोगों को आसानी से न्यायिक टिकट मिलेगा। जेल में बंद आरोपितों को जमानत पर रिहा करने के लिए कई अधिवक्ताओं ने टिकट लेकर आवेदन फाइल किया।
वहीं टिकट मिलना शुरू होते ही नकलखाना से पक्का नकल जारी होना शुरू हो गया। यहां से नकल लेने के लिये लोगों के बीच अफरा-तफरी रही। टिकट मिलने के कारण अधिवक्ता लिपिक काफी खुश नजर आये।
फ्रैंकिंग मशीन से टिकट जारी करने वाले एक कर्मचारी ने कहा कि कोर्ट पहुंचते ही नजारत कार्यालय से सूचना मिली कि आप लोग जिला निबंधन कार्यालय जाकर मशीनों की कार्ट्रिज ले लें। एक पेटी में तीन कार्ट्रिज उपलब्ध कराए गए। कार्ट्रिज मिलते ही बंद पड़ी तीनों फ्रैंकिंग मशीनें काम करने लगीं।
कर्मचारी ने बताया कि एक कार्ट्रिज से करीब 800 टिकट निकलते हैं। पूरे बिहार में कार्ट्रिज का अभाव हो गया है। कल टिकट जारी होगा या नहीं यह कार्ट्रिज की उपलब्धता पर निर्भर करता है। दूसरी ओर वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर न्यायिक टिकट की जगह एडहेसिव टिकट बिक्री की योजना पर निबंधन विभाग ने कार्य शुरू कर दिया है।