तीन तलाक के बाद अब राम मंदिर पर भी जदयू ने छोड़ा भाजपा का साथ
तीन तलाक के मुद्दे के बाद अब जदयू ने राम मंदिर मुद्दे पर भी अपना स्टैंड क्लियर कर दिया है औऱ कहा है कि ये भाजपा का मुद्दा है, एनडीए का नहीं। इसपर गिरिराज सिंह ने ट्वीट किया है।
पटना, जेएनएन। तीन तलाक के मुद्दे पर गुरुवार ने राज्यसभा में वोटिंग करने को लेकर जदयू ने अपना स्टैंड साफ कर दिया था कि वो इस मुद्दे पर भाजपा का साथ नहीं देगी। अब शुक्रवार को जदयू ने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मुद्दे पर जदयू ने कहा है कि उसका नजरिया स्पष्ट है। राम जन्मभूमि का मुद्दा एनडीए के एजेंडे में नहीं है बल्कि यह भाजपा के एजेंडे में है।
जदयू के इस बयान के बाद भाजपा नेता ने ट्वीट करते हुए कहा है कि राम मंदिर के लिए 100 करोड़ हिंदुओं को हिंदुस्तान में दर-दर भटकना पड़ रहा है। अल्पसंख्यक समुदाय पर निशाना साधते हुए बिना जिक्र किये कहा कि कल जनसंख्या में वृद्धि होने पर राम मंदिर को छोड़िए, राम का नाम लेना भी हिंदुस्तान में मुश्किल हो जायेगा।
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने कहा है कि यूनिफॉर्म सिविल कोड, अनुच्छेद 370 और राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मुद्दा एनडीए का एजेंडा नहीं है, यह भारतीय जनता पार्टी का एजेंडा है। इन मुद्दों पर हमारे विचार अलग हैं। वहीं, जदयू प्रवक्ता अजय आलोक ने ट्वीट कर कहा है कि ''तुलसी तेरे देश में, राम कचहरी जाये, सरकारों और कोर्ट में मंदिर गोता खाये...''
इसपर केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने राम मंदिर को लेकर अल्पसंख्यक समुदाय का बगैर नाम लिये निशाना साधते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने कहा है कि एक बाबर के आने से 100 करोड़ हिंदुओं को हिंदुस्तान में राम मंदिर के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। कल जनसंख्या वृद्धि होने के कारण राम मंदिर को तो छोड़िए, राम का नाम लेना भी हिंदुस्तान में मुश्किल हो जायेगा।
बता दें कि गुरुवार को जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने अपना स्टैंड क्लियर करते हुए कहा था कि तीन तलाक के मुद्दे पर जदयू भाजपा का साथ नहीं देगी और राज्यसभा में वोटिंग नहीं करेगी। उन्होंने कहा था कि ये मुद्दा किसी धर्म से जुड़ा है।