JDU में नीतीश के बाद अब अजय आलोक के बड़े बोल-पवन-प्रशांत को बता दिया 'थेथर'
जदयू में सीएए-एनआरसी के साथ चिट्ठी को लेकर बवाल के बाद अब जदयू नेता अजय आलोक ने ट्वीट कर पवन वर्मा और प्रशांत किशोर पर जोरदार हमला बोला है और दोनो को थेथर कह दिया है।
पटना, जेएनएन। जदयू में सीएए-एनआरसी, भाजपा के साथ गठबंधन के साथ ही चिट्ठी को लेकर उपजे विवाद के बीच पार्टी के प्रवक्ता पद से इस्तीफा देनेवाले नेता अजय आलोक ने ट्वीट कर पवन वर्मा और प्रशांत किशोर पर तंज कसते हुए बड़ी बात कह दी है।
अजय आलोक ने बिना नाम लिए दोनों नेताओं को थेथर (ढीठ या निर्लज्ज) की संज्ञा दी है और कहा है कि थेथर के वृक्ष पे कितना भी डंडा मारिए और थेथर इंसान को कितना भी प्यार से समझाइए कोई असर नहीं होता हैं । इनको अपने से काट कर अलग करना ही हितकर होता हैं । ऐसे दो थेथर अभी तक हमारे दल में हैं जिनसे कुछ भी उम्मीद रखना बेमानी हैं ख़ुद से
जदयू नेता ने अपने एक अन्य ट्वीट में लिखा है कि ऐसे थेथरो को जैसे ही अपने से अलग करेंगे ये अपने वास्तविक जगह यानी थेथर पार्टी में चले जाएँगे जहां इनसे भी महान थेथर लोग मौजूद हैं । वहाँ इन लोगों को कोई पूछेगा नहीं यही डर इनको सताता हैं इसलिए यही जमे हुए हैं।
पार्टी लाइन से बाहर जा रहे थे पवन वर्मा-प्रशांत किशोर
बता दें कि जदयू में सीएए, एनआरसी और एनपीआर को लेकर बगावत पर उतरे नेता पवन वर्मा और प्रशांत किशोर को लेकर कलह जारी है। दोनों नेता पार्टी से लाइन से बाहर जाकर बयानबाजी कर रहे हैं जिसपर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपना कड़ा रूख दिखाया है और एेसे नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा है कि उनकी जहां जाने की इच्छा हो जाएं, उन्हें हम शुभकामनाएं देते हैं।
जदयू के भाजपा से दिल्ली विधानसभा चुनाव में गठबंधन पर सवाल उठाते हुए पार्टी के महासचिव पवन वर्मा ने सीएम नीतीश से सीएए-एनआरसी पर पार्टी का स्टैंड क्लियर करने की बात कही थी और इस बारे में पत्र लिखकर कहा था कि बिहार से बाहर भाजपा से गठबंधन सही है? इसपर एक बार फिर विचार करें।
नीतीश कुमार ने कहा-पत्र किसे लिखा
इस बात से नाराज नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि एेसे पत्र का क्या मतलब मीडिया को पत्र लिखा था या हमें? हम एेसे किसी पत्र को तवज्जो नहीं देते हैं। पत्र लिखने ये कौन सा तरीका है कि पहले पत्र को ई मेल करते हैं, फिर मीडिया में जारी कर देते हैं और कहते हैं पत्र लिखा है और जवाब भी चाहिए, यह ठीक नहीं है।