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अगले साल से ITI में प्राप्तांक के आधार पर होगा दाखिला

बिहार में अगले साल से आइटीआइ में दाखिला प्राप्‍तांक के आधार पर होगा। इसके साथ ही आधार को भी अनिवार्य कर दिया गया है। राज्‍य सरकार ने नामांकन की प्रक्रिया में बदलाव कर दिया है।

By Ravi RanjanEdited By: Published: Sun, 03 Dec 2017 04:25 PM (IST)Updated: Sun, 03 Dec 2017 11:50 PM (IST)
अगले साल से ITI में प्राप्तांक के आधार पर होगा दाखिला
अगले साल से ITI में प्राप्तांक के आधार पर होगा दाखिला

पटना [दीनानाथ साहनी]। अगले साल से राज्य के सभी आइटीआइ (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान) में दाखिले की प्रक्रिया बदल जाएगी। राज्य सरकार ने प्रतियोगिता परीक्षा के आधार पर नामांकन प्रक्रिया को खत्म करने का फैसला लिया है।

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अब मैट्रिक में प्राप्तांक के आधार पर आइटीआइ में छात्र-छात्राओं का दाखिला लिया जाएगा। इसके लिए आधार कार्ड को अनिवार्य किया गया है। इसके बिना आइटीआइ में प्रवेश नहीं मिलेगा। ऑनलाइन दाखिला प्रक्रिया भी लागू की जाएगी।

श्रम संसाधन विभाग ने आइटीआइ में नामांकन की प्रक्रिया में बदलाव लाने और छात्रों को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना से लाभान्वित करने के लिए नियमावली संबंधी प्रस्ताव तैयार किया है। इस प्रस्ताव पर विभागीय मंत्री की सहमति मिल गई है।

कैबिनेट के पास जल्द ही प्रस्ताव भेजा जाएगा जहां से उस पर स्वीकृति मिलने के बाद नियमावली को लागू कर दिया जाएगा। इससे राज्य में संचालित सभी 121 सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में निर्धारित 22450 सीटों के लिए प्राप्तांक के आधार पर नामांकन लेने का रास्ता साफ हो जाएगा।
सिलेबस में जल्द बदलाव दिखेगा

औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के पुराने सिलेबस में जल्द ही बदलाव देखने को मिलेगा। यह बदलाव उन कोर्स (ट्रेड) में होगा, जो 5 साल या उससे ज्यादा पुराने हो गए हैं। कोर्स को एससीवीटी (स्टेट काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग) से एनसीवीटी (नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग) में बदला जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार पहले ही केंद्र को प्रस्ताव सौंपा चुकी है और उस पर दोनों की सहमति भी बन चुकी है। फिलहाल कौन-कौन ट्रेड में बदलाव किया जाएगा, इस पर केंद्र मंथन कर रहा है।

बेहतर ट्रेनिंग व प्लेसमेंट का लाभ

राज्य सरकार आइटीआइ पास करने वाले छात्र-छात्राओं को बेहतर ट्रेनिंग और रोजगार दिलाने की दिशा में कार्य कर रही है। प्लेसमेंट के लिए श्रम संसाधन विभाग दो दर्जन मल्टीनेशनल कंपनियों से समझौते करने जा रही है। ट्रेनिंग के बाद युवाओं को कंपनियां रोजगार देंगी और ट्रेनिंग का प्रमाण पत्र भी। दिल्ली, मुम्बई, पुणे, बैगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता, और अहमदाबाद में विभाग द्वारा प्लेसमेंट परामर्श केंद्र खोलने की प्रक्रिया शुरू की गई है जहां पर प्लेसमेंट सलाहकार की तैनाती होगी।

'आइटीआइ में दाखिले की प्रक्रिया में बदलाव पर सहमति बन चुकी है। प्राप्तांक के साथ-साथ युवाओं को ऑनलाइन प्रक्रिया की सुविधा भी दी जाएगी। इस प्रक्रिया के तहत आवेदन से विद्यार्थियों को यह फायदा हुआ है कि यदि गलत ट्रेड में आवेदन कर दिया गया है या फिर विद्यार्थी को अपना संस्थान बदलना है, तो वह अपने आवेदन में बदलाव कर सकता है। इसके लिए उसे संबंधित आइटीआइ में अपने ट्रेड या फिर दूसरे आइटीआइ में दाखिला या ट्रांसफर कराने के लिए भटकने की जरूरत नहीं है।'
-दीपक कुमार सिंह (प्रधान सचिव, श्रम संसाधन विभाग)


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