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अदालतगज सीसी ने क्रिसेंट सीसी को हराया, सेमीफाइनल में पहुंचा पटना

अभय कुमार के शानदार अर्धशतक और अनुज की बेहतरीन गेंदबाजी से अदालतगंज सीसी ने क्रिसेंट सीसी को 158 रनों से हरा कर पटना जिला सेमीफाइनल में पहुंच गया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 05 May 2018 03:07 PM (IST)Updated: Sat, 05 May 2018 03:07 PM (IST)
अदालतगज सीसी ने क्रिसेंट सीसी को हराया, सेमीफाइनल में पहुंचा पटना
अदालतगज सीसी ने क्रिसेंट सीसी को हराया, सेमीफाइनल में पहुंचा पटना

पटना [जेएनएन]। अभय कुमार (80 रन, 11 चौके) के शानदार अर्धशतक और अनुज (20 रन देकर पाच विकेट) की बेहतरीन गेंदबाजी से अदालतगज सीसी ने क्रिसेंट सीसी को 158 रनों से हरा कर पटना जिला जूनियर डिवीजन क्रिकेट लीग के सेमीफाइनल में प्रवेश किया।

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सजय गाधी स्टेडियम में पटना जिला क्रिकेट सघ के तत्वावधान में चल रही इस लीग के अंतर्गत खेले गए अंतिम क्वार्टर फाइनल में अदालतगज सीसी ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करते हुए अभय के 80 रनों की मदद से 39.5 ओवर में सभी विकेट खोकर 227 रन बनाए।

जवाब में बल्लेबाजी के बाद अदालतगज सीसी के गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया, जिससे क्रिसेंट सीसी की टीम नहीं टिक सकी और पूरी टीम 19.1 ओवर में 69 रनों पर सिमट गई। लीग सयोजक रूपक कुमार ने बताया कि पाच मई को पहला सेमीफाइनल वाणिज्य सीसी बनाम यूथ यूनियन सीसी के बीच खेला जाएगा।

सक्षिप्त स्कोर : अदालतगज सीसी : 39.5 ओवर में 227 रनों पर ऑल आउट, अभय कुमार 80 रन, अतुल 36, सौरभ 17, अभय 10, अनुज 10, अतिरिक्त 53, उत्तम 3/41, आदित्या 3/83, रवि 2/26, रामभजन 2/26, क्रिसेंट सीसी : 19.1 ओवर में 69 रनों पर ऑल आउट, सुब्रत 19 रवि नाबाद 10, अतिरिक्त 16 अनुज 5/20, दानिश 1/6।

बिहार क्रिकेट में सीएबी ने भी दावा ठोका

बिहार को क्रिकेट के मुख्य धारा में लौटने में भले ही पाच माह का समय शेष है, लेकिन आरोप-प्रत्यारोप और कुर्सी का खेल अभी से ही शुरू हो गया है। एक ओर जहा, बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) अपने खिलाफ आवाज उठाने वाले का निलबन कर मुंह बद करने की कोशिश कर रहा है तो वहीं, सुप्रीम कोर्ट में लड़ाई लड़ बिहार को रणजी का हक दिलाने वाले क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार (सीएबी) ने भी दावा ठोक दिया है। यूथ हास्टल में आहूत सवाददाता सम्मेलन में सीएबी सचिव आदित्य वर्मा ने साफ तौर पर अपने खिलाफ जाने वालों को सकेत दिए कि वे कोई मुगालते में न रहे कि बिहार में क्रिकेट चलाने के लिए हम ही सर्वेसर्वा हैं। दौड़ में हम भी में हैं और हमारी सस्था क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार इसके लायक है। वर्मा ने कहा कि अबतक खिलाड़ियों को हमारी सस्था द्वारा कराए जा रहे आयोजनों में खेलने से रोका जाता था पर एक मई को जो आदेश आया है, उसके बाद किसी ने रोकने का प्रयास किया तो हम चुप नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार में क्रिकेट की पूर्ण मान्यता की बहाली में सबसे बड़ा अड़ंगा भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) के वर्तमान कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी हैं। वे कभी नहीं चाहते हैं कि बिहार के क्रिकेटर आगे बढ़ें। उन्होंने बहुत ही घालमेल कर बिहार क्रिकेट सघ के नाम से पहले राची में एक सस्था का रजिस्ट्रेशन कराया और बाद में उसका नाम बदल कर झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन कर लिया।

एक नाम से दो जगह से निबधन नहीं हो सकता

ऐसे भी बिहार क्रिकेट एसोसिएशन का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया गया है और एक नाम से दो जगह से अब रजिस्ट्रेशन नहीं हो सकता है। बीसीसीआइ से पूर्ण मान्यता के लिए सोसायटी रजिस्ट्रेशन एक्ट से निबधन जरूरी है इसीलिए सीएबी पूरी तरह से इसके लिए तैयार है।

मोइनुल हक स्टेडियम को बीसीए को दिए जाने पर एतराज

सघ के कार्यकारी अध्यक्ष प्रेमरंजन पटेल ने मोइनुल हक स्टेडियम को बीसीए को देने पर एतराज जताया। उन्होंने कहा कि गैर निबधित सस्था को सरकार अपनी इतनी बड़ी सपत्ति कैसे सौंप सकती है। सवाददाता सम्मेलन में सीएबी के अधिवक्ता चद्रशेखर वर्मा, क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ नालदा के सचिव मुहम्मद अरशद जैन, मुहम्मद जुल्फी (भागलपुर), ऋषि (बेगूसराय), आलमगीर (मुजफ्फरपुर, पॉल इस्माइल (छपरा), रीतेश बबलू (सिवान), अताउर रहमान (मुंगेर), सजय कुमार मटू (पटना), नीरज वर्मा, सचिन मौजूद थे।


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