राहुल गांधी बताएं 1975 का आपातकाल क्या था : एबीवीपी
पटना। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने राजधानी के कारगिल चौक पर ज
पटना। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने राजधानी के कारगिल चौक पर जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) में भारत विरोधी नारा लगाने वाले छात्रों का पुतला फूंका। इसके बाद धिक्कार सभा का आयोजन किया।
इस दौरान कार्यकर्ता 'भारत की बर्बादी का नारा-कैसी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता?', 'हाफिज सईद से यारी- भारत से गद्दारी नहीं सहेंगे.. नहीं सहेंगे..' जैसे नारे लगा रहे थे।
सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय मंत्री निखिल रंजन ने कहा कि जब-जब भारत के स्वाभिमान से खिलवाड़ करने वालों पर प्रश्नचिह्न खड़ा होता है तब इस देश में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आवाज उठने लगती है। राहुल गाधी को बताना चाहिए कि 1975 का आपातकाल क्या था? जेएनयू में भारत विरोधियों की वकालत करने वाले आखिर कब तक सत्ता के लिए भारतीय स्वाभिमान का सौदा करते रहेंगे?
पीयू सिनेटर पप्पू वर्मा, विश्वविद्यालय प्रमुख हिमाशु यादव, विभाग संयोजक सुजीत पाडेय ने कहा कि देश की जनता भूखी है- यह आजादी झूठी है (1947), 1962 में चीन को आक्रमणकारी मानने से इन्कार, ऐसे कई प्रमाण वामपंथियों की भारत के प्रति सोच को उजागर करता है।
प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य श्रीराम शर्मा, विजय प्रताप, अमित मिश्रा, आकाशदीप, जिला संयोजक- राहुल कुमार, मणिकात यादव, नीतीश कुमार, नित्यम मिश्रा, अविनाश कुमार ने भी सभा को संबोधित किया।