बिहार की 18 नदियों को जोडऩे की बन रही योजना, जदयू के सवाल पर बोले मंत्री संजय झा
बिहार सरकार ने बाढ़ और सुखाड़ जैसी प्राकृतिक आपदा को नियंत्रित करने तैयारी तेज कर दी है। विप में जल संसाधन मंत्री संजय झा ने गुरुवार को सरकार के जवाब में सदन को जानकारी दी।
By Rajesh ThakurEdited By: Published: Thu, 05 Mar 2020 10:26 PM (IST)Updated: Thu, 05 Mar 2020 10:26 PM (IST)
पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार सरकार ने बाढ़ और सुखाड़ जैसी प्राकृतिक आपदा को नियंत्रित करने तैयारी तेज कर दी है। विधान परिषद में जल संसाधन मंत्री संजय झा ने गुरुवार को सरकार के जवाब में सदन को बताया कि बिहार में 18 नदियों को जोडऩे की योजना पर काम चल रहा है। इस योजना के बाद बाढ़ और सुखाड़ से निजात मिलने का अनुमान है।
मंत्री ने बताया कि इसके लिए 18 योजनाओं को चिह्नित किया गया है, जिसमें आठ नदियों को अंतरराज्यीय नदी जोड़ो योजना के तहत चिह्नित किया गया है। मंत्री ने जदयू के संजीव कुमार सिंह के तारांकित सवाल पर सदन को यह जानकारी दी।
मंत्री संजय झा ने कहा कि आठ योजनाओं पर काम शुरू होगा जिनमें सकरी नदी से नाटा नदी को जोडऩे का काम, बूढ़ी गंडक से नून बाया गंगा लिंक योजना, कोसी मेंची लिंक योजना, बागमती-बूढ़ी गंडक लिंक योजना, कोशी-गंगा लिंक योजना, कोसी-अधवारा बागमती योजना, कोहरा-चंद्रावत लिंक नहर योजना, धनारजे जलाशय और फुलवरिया नहर संपर्क योजना शामिल है।
भारत सरकार से मिली वैधानिक मंजूरी
कोसी मेंची लिंक योजना को भारत सरकार के वृहत एवं मध्यम सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण के लिए गठित सलाहकार समिति से मंजूरी मिल गई है। वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय से भी वैधानिक मंजूरी मिल चुकी है। संजय झा ने बताया कि कोसी मेंची योजना के लिए केंद्रीय जल आयोग द्वारा 19- 20 फरवरी को स्थल जांच भी कर लिया गया है।
राष्ट्रीय परियोजना में शामिल करने का आग्रह
कोसी मेंची योजना को इन्वेस्टमेंट क्लियरेंस और राष्ट्रीय परियोजना में शामिल करने के लिए भी आग्रह किया गया है। इस योजना से 2 लाख 14 हजार 812 हेक्टेयर से अधिक भूमि की सिंचाई होगी।
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