प्यार, शादी और फिर धोखा, ये प्रेम कहानी पूरी फिल्मी है, जानिए
कोचिंग में पढ़ने वाले युवक को एक लड़की से प्यार हो गया। दोनों ने फिल्मी कहानी की तरह भागकर शादी की औऱ सात जन्मों का साथ निभाने की कसमें खाईं। लेकिन प्यार-शादी औऱ धोखे की कहानी।
सुपौल, जेएनएन। सुपौल जिले के गणेश और सोनी की प्रेम कहानी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। गणेश कोचिंग में पढ़ने के लिए अपने गांव जदिया से पूर्णिया गया, जहां उसकी मुलाकात सोनी से हुई औऱ फिल्मी कहानी की तरह उसपर प्यार का बुखार चढ़ा। फिल्मी कहानी की ही तरह दोनों परिजनों से छुपकर पटना भाग गए।
पटना पहुंचकर एक मंदिर में शादी कर ली और सात जन्मों तक साथ निभाने की कसम खाई। शादी के बाद दोनों एक होटल में पति-पत्नी की तरह रहे और पटना घूमकर वापस पूर्णिया लौट गए। सोनी और गणेश दोनों खुश थे लेकिन फिल्मी कहानी की तरह ही गणेश के चाचा की विलेन की तरह एंट्री हुई।
गणेश के चाचा को इस प्रेम कहानी की भनक लगी तो वे गणेश को बिना कुछ बताए ही कोचिंग से लेकर उसे गांव चले गए। इस दौरान गणेश की मुलाकात सोनी से नहीं हुई। इधर सोनी गणेश को तलाशने लगी। उसने गणेश से बात करने की, मिलने की कोशिश की लेकिन उसे गणेश की कोई खोज-खबर नहीं मिल पायी।
इधर, घर पहुंचते ही गणेश कुमार परिजनों के दबाब में आ गया और अपनी शादी के साथ-साथ ही प्रेमिका से किये सारे वादे भी भूल गया। घरवाले भी इस पचड़े से निकलने का रास्ता निकालने लगे। फिर गणेश के पिता चंदेश्वरी साह और मां उसको साथ लेकर लुधियाना चले गए।
इधर, प्रेमिका सोनी अपने प्रेमी से बात करने की लगातार कोशिश करती रही। कई दिनों से गणेश का मोबाईल स्विच ऑफ आने के कारण उससे बात भी नहीं हो पायी। इसके बाद सोनी गणेश के साथियों और परिचितों से उसका हाल जानने की कोशिश की तो पता चला वो औऱ उसके माता-पिता घर छोड़कर कहीं चले गए हैं।
ये पता चलते ही सोनी के पैरों तले की जमीन खिसक गई। उसके बाद सोनी रविवार को अपनी बड़ी बहन को साथ लेकर अपने पति गणेश के घर जदिया पहुंच गयी। यहां आने पर देखा कि गणेश के घर के मुख्यद्वार पर बड़ा-सा ताला लटका हुआ है। ताला लटका देख सोनी रोने लगी और गणेश के घर के सामने ही धरने पर बैठ गई। उसके धरने पर बैठे होने की सूचना मिलते ही उसे देखने के लिए लोगों के आने का तांता लगा रहा।