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पटना में डॉक्टर ने की खुदकुशी, सुसाइड नोट देखकर चौंक गई पुलिस, लिखा था ये....

पटना के पीरबहोर थानाक्षेत्र में एक दांत के डॉक्टर ने सुसाइड कर लिया। शव के पास पड़े सुसाइड नोट को देखकर पुलिस चौंक पड़ी। उसपर लिखा था-मेरी मौत की खबर मैडमजी को दे देना।

By Kajal KumariEdited By: Published: Sat, 09 Feb 2019 02:41 PM (IST)Updated: Sat, 09 Feb 2019 06:39 PM (IST)
पटना में डॉक्टर ने की खुदकुशी, सुसाइड नोट देखकर चौंक गई पुलिस, लिखा था ये....
पटना में डॉक्टर ने की खुदकुशी, सुसाइड नोट देखकर चौंक गई पुलिस, लिखा था ये....

 पटना, जेएनएन। पीरबहोर थाना इलाके के कुलहड़िया कॉम्पलेक्स के पास एक डॉक्टर ने खुदकुशी कर ली। डॉक्टर का नाम साजिद खान बताया जा रहा है जो दंत विशेषज्ञ था। पुलिस को डॉक्टर के शव पास से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसपर लिखा है-मेरी मौत की जानकारी मैडमजी को दे देना...

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घटना की जानकारी मिलते ही पीरबहोर थाने की पुलिस मौके पर पहुंच घटना के कारणों का पता लगाने में जुट गई है। डॉक्टर के पास से मिले सुसाइड नोट में लिखा है कि मेरी मौत की जानकारी मैडम जी को दे देना। सुसाइड नोट देखकर पुलिस हैरान रह गई और उस मैडम की तलाश कर रही है जिसे बताने के लिए डॉक्टर ने लिखा था। 

अशोक राजपथ स्थित कुल्हडिय़ा कॉम्पलेक्स के सामने स्थित क्लीनिक में डेंटल डॉक्टर मो. साजिद (50) ने खुदकशी कर ली। उनके पिता मो. इदरिश भी दांत के डॉक्टर थे। वे अपने परिवार के साथ इसी बिल्डिंग में ऊपर रहते थे जबकि नीचे क्लीनिक चलाते थे। घटना गुरुवार देर शाम की है।

सूचना मिलने पर पहुंची पीरबहोर थाने की पुलिस ने एफएसएल की टीम के साथ जांच की। मौके से सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें डॉक्टर ने आर्थिक तंगी और बीमारी से परेशान होकर खुदकशी करने की बात कही है। 

जानकारी के मुताबिक मो. साजिद की पत्नी यासिन (24 साल) अपने छोटे बच्चे को लेकर सुल्तानगंज स्थित मायके गई हुई थी। वे घर में अकेले थे। काफी उम्र के बाद उन्होंने यासिन से शादी की थी। गुरुवार की शाम उन्होंने क्लीनिक में काम करने वाले अपने कर्मचारी को दूध लाने के लिए भेजा था। इसी दौरान वह क्लीनिक की छत में लगे हुक में रस्सी के सहारे लटक गए।

जब कर्मचारी दूध लेकर वापस लौटा तो डॉक्टर को फंदे पर लटकता देखा। उसने आसपास के लोगों को इसकी जानकारी दी। पारिवारिक सूत्रों की मानें तो साजिद बोन कैंसर से पीडि़त थे। इसे लेकर वे चिंतित रहते थे। इलाज में काफी खर्च हो चुका था जिसके कारण काफी कर्ज भी हो गया था। 


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