16 वर्षीया युवती ने अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म का लगाया आरोप, हाईप्रोफाइल ड्रामा के बाद खुला राज
दूसरे गांव से ब्वॉय फ्रेंड युवती को रंग लगाने दोस्तों के साथ आया था। युवती ने गांव के ही लड़कों पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। मामले की संवेदनशीलता देखते हुए विधायक भी पुलिस थाने पहुंच गए। प्रशिक्षु डीएसपी से झड़प भी हुई। आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद राज खुला।
आरा/शाहपुर, जागरण टीम । भोजपुर जिले के शाहपुर में होली के दिन प्रतिवेदित सामूहिक दुष्कर्म के कथित मामले में महज 12 घंटे के अंदर ही नया मोड़ आ गया। हाईप्रोफाइल ड्रामे के बाद मंगलवार को भोजपुर एसपी हरकिशोर राय ने कांड का पटाक्षेप करने का दावा किया। साथ ही सामूहिक दुष्कर्म के आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि मेडिकल रिपोर्ट में भी दुष्कर्म की बात सामने नहीं आई है। एसपी ने मामले का खुलासा करने का दावा करते हुए कहा कि रिपोर्ट दर्ज कराए जाने के महज 12 घंटे के अंदर सभी आरोपित युवकों के पकड़े जाने एवं पूछताछ के बाद मामले की वास्तविक सच्चाई सामने आ गई है। एसपी ने बताया कि लड़की को रंग लगाने के लिए दूसरे गांव से उसका ब्वॉय फ्रेंड अपने कुछ दोस्तों के साथ आया हुआ था। गांव के कुछ लड़कों ने उसकी पिटाई कर दी थी। इस क्रम में लड़की को भी दो-चार थप्पड़ मारा गया था। जिससे नाराज होकर लड़की ने सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज करा दिया। अब पूरे मामले का पर्दाफाश हो गया है।
किशोरी ने अगवा कर दुष्कर्म करने का लगाया था आरोप
बताया जाता है कि शाहपुर के एक गांव की 16 वर्षीय किशोरी सोमवार को करीब 11 बजे गांव के बाहर शौच के लिए गई थी। किशोरी का आरोप था कि गांव के ही दो स्कूटर पर सवार लड़कों ने उसे अगवा कर लिया। इसके बाद उसे तीन किलोमीटर दूर खेत में लग गए। इस दौरान अन्य लड़के भी वहां पहुंच गए। सभी ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। इसे लेकर चार नामजद समेत पांच-सात अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई। जिसके बाद पुलिस हरकत में आई।
पुलिस ने आरोपित पांच युवकों को उठाया तो खुल गया सारा राज
इधर,एसपी हर किशोर ने केस को गंभीरता से लेते हुए जांच टीम का गठन किया। इसके बाद कथित पीडि़त किशोरी का रात में सदर अस्पताल में मेडिकल करवाया गया। टीम ने होली पर्व की विधि-व्यवस्था ड्यूटी के बावजूद जगह-जगह छापेमारी कर चार नामजद एवं एक अन्य आरोपितों को धर दबोचा। जिसके बाद सभी से पूछताछ की गई तो सारा राज खुलकर सामने आ गया। स्थानीय प्रशिक्षु डीएसपी सह थानेदार गोपाल कृष्ण व एसआई नित्यानंद शर्मा के नेतृत्व में लगातार कई ठिकानों पर छापेमारी कर गिरफ्तारी की गई।
समर्थकों के साथ थाने पहुंच गए थे विधायक
इधर, दुष्कर्म की कथित घटना की जानकारी मिलने पर शाहपुर के आरजेडी विधायक राहुल तिवारी शाहपुर थाने पहुंच गए और पुलिस की कार्यशैली को लेकर नाराजगी जताई। उन्होंने जगदीशपुर की एसडीएम सीमा कुमारी व एसडीपीओ श्याम किशोर रंजन से घटना की जानकारी ली। इसके पश्चात विधायक ने पीडि़ता के घर पहुंचकर मुलाकात की। विधायक राहुल तिवारी ने कहा कि यह घटना समाज के लिए काफी चिंताजनक है।
दूसरे दिन भी थाने पहुंच गए लोग
इधर, कथित घटना के दूसरे दिन मंगलवार की सुबह से लेकर दोपहर तक अनुसूचित जाति वर्ग व भाकपा- माले के सैकड़ो समर्थक महिलाओं के साथ कुछ स्थानीय नेता अचानक थाने पहुंचे गए। जिसके बाद पुलिस प्रशासन के साथ बहस होता रहा। कुछ देर के लिए थाने में अफरातफरी का माहौल रहा। लेकिन, पुलिस द्वारा काफी संयम के साथ सबको समझा-बुझाकर वापस भेजा गया और उचित कार्रवाई का भरोसा दिया गया।