कोरोना के अंधकार के खिलाफ PM मोदी का आह्वान, बिहार में 2000 MW तक गिरी बिजली की मांग
9PM9Minute पीएम मोदी के आह्वान पर कोरोना के अंधकार के खिलाफ रविवार को बिजली बंद का दीये-माेमबत्ती जला एकजुटता दिखाई। इस कारण राज्य में 2000 MW तक बिजली की मांग गिरी।
पटना, स्टेट ब्यूरो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर रविवार को रात नौ बजे से नौ मिनट तक बिहार में जब लोगों ने अपने घरों की बिजली को स्वीच ऑफ रखा तो उस वक्त बिहार में बिजली की खपत में 2350 मेगावाट तक की कमी दर्ज की गयी। प्रधानमंत्री के आह्वान पर बिजली बंद कर कोरोना योद्धाओं के सम्मान में करोड़ो दीये जलाए गए। बिजली विभाग के आंकड़े बताते हैं कि कोरोना के अंधकार के खिलाफ प्रकाश कर सकारात्मक एकजुटता दिखाने का यह प्रयास सफल रहा।
2000 मेगावाट तक घटी बिजली की मांग
बिजली आपूर्ति सिस्टम की मॉनीटरिंग से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि रात साढ़े आठ बजे के बाद से ही बिजली की खपत कम होनी शुरू हो गई थी। इससे यह लगने लगा कि लोगों ने लगभग आधा घंटा पहले ही बत्ती बंद कर दी थी। एक समय खपत लगभग 2100 मेगावाट तक नीचे चली गयी थी। सामान्य तौर पर इस अवधि में खपत 3900 से 4000 मेगावाट रहती है।
पूर्व के अलर्ट की वजह से नहीं हुई परेशानी
बिजली कंपनी ने स्थिति का पहले से आकलन करते हुए जेनरेशन फ्रंट को संदेश भेज दिया था। पूर्व के अलर्ट की वजह से परेशानी नहीं हुई। नौ मिनट के बाद पूरे सिस्टम में मांग के आधार पर बिजली की उपलब्धता हो गयी। वहीं एनटीपीसी से मिली जानकारी के अनुसार पूर्वी क्षेत्र 5000 मेगावाट का उतार-चढ़ाव हुआ। एनटीपी के क्षेत्रीय निदेशक (पूर्वी क्षेत्र) अपने अधिकारियों के साथ नियंत्रण कक्ष से मॉनीटरिंग करते रहे।
नहीं उत्पन्न हुई कोई तकनीकी समस्या
कार्यक्रम के दौरान बिजली की मांग में अचानक आने वाली कमी से कोई तकनीकी समस्या उत्पन्न नहीं हो, इसके लिए पहले से तैयारी की गई थी। नेशनल लोड डिस्पैच सेंटर (एनएलडीसी) दिल्ली, इस्टर्न लोड डिस्पैच सेंटर (ईएलडीसी), कोलकाता और पटना स्थित स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर (एसएलडीसी) के बीच लगातार रहे समन्वय की वजह किसी तरह की परेशानी उत्पन्न नहीं हुई। बिजली कंपनी के सीएमडी और ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव शाम आठ बजे से ही विभाग के आला अधिकारियों व इंजीनियरों के साथ एसएलडीसी में जमे रहे। उन्होंने बताया कि सिस्टम में कहीं से कोई परेशानी नहीं हुई।
बिजली बुझी और जल उठे करोड़ों दीये
विदित हो कि रविवार की रात जैसे ही नौ बजे, पूरे देश की तरह बिहार में भी एक साथ बिजली के बल्ब बुझते दिखे, लेकिन अंधकार नहीं हुआ। लोगों ने अपने-अपने घरों के दरवाजों या छतों पर या बालकनी में दीये व मोमबत्ती से लेकर टॉर्च व मोबाइल के फ्लैश लाइट तक जलाए। एक साथ जलती ये रोशनी लोगों में कोरोना से जंग के लिए एकजुटता के भाव का संचार कर गई।