Move to Jagran APP

बिहार को कृषि कर्मण अवार्ड

By Edited By: Published: Mon, 24 Dec 2012 09:17 PM (IST)Updated: Mon, 24 Dec 2012 09:25 PM (IST)
बिहार को कृषि कर्मण अवार्ड

जागरण ब्यूरो, पटना : धान की खेती में रिकार्ड उत्पादन के लिए वर्ष 2011-2012 के कृषि कर्मण अवार्ड के लिए बिहार का चयन किया गया है। यह अवार्ड केंद्र सरकार द्वारा उस राज्य को दिया जाता है जहां किसी विशेष अभियान के तहत रिकार्ड उत्पादन का लक्ष्य हासिल किया गया हो। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 15 जनवरी को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के हाथों यह पुरस्कार ग्रहण करेंगे।

loksabha election banner

पुरस्कार में ट्राफी, साइटेशन के साथ साथ एक करोड़ रुपये नकद राशि दी जाती है। पुरस्कार ग्रहण करने के लिए केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह को आमंत्रित किया है। कृषि मंत्रालय के सचिव आशीष बहुगुणा ने राज्य के कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक कुमार सिन्हा एवं कृषि निदेशक अरविन्दर सिंह को भी इस मौके पर मौजूद रहने का आग्रह किया है। वर्ष 2011-2012 में कृषि विभाग ने धान उत्पादन में वृद्धि के लिए श्रीविधि का व्यापक प्रचार प्रसार किया था। इसी विधि केउपयोग से नालंदा जिले के किसान सुमंत कुमार ने धान की खेती कर 224 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उत्पादन का विश्व रिकार्ड कायम किया है। कृषि रोड मैप के अनुरूप उत्पादन लक्ष्य को हासिल करने के लिए श्री विधि तकनीक एवं संकर विधि को बढ़ावा देने के लिए अभियान चलाया गया। राज्य केविभिन्न जिलों की ऊंची जमीन पर श्रीविधि तकनीक से धान का अधिक उत्पादन हासिल किया गया। वर्ष 2011-12 में श्री विधि से लगभग 2.35 लाख हेक्टेयर एवं संकर धान से लगभग 3.29 लाख हेक्टेयर खेती की गयी। इस विधि से औसतन 80.80 क्विंटल प्रति हेक्टेयर धान उत्पादित किया गया। सामान्य स्थितियों में यह उत्पादन लगभग 42.23 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है। वहीं संकर किस्म के धान से औसतन 61.74 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उत्पादकता हासिल की गयी। यह सामान्य विधि से 46.19 प्रतिशत अधिक है।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.