Bihar Quarantine Center Update: बिहार के औरंगाबाद क्वारंटाइन सेंटर से 50 तो जहानाबाद से भागे 40 प्रवासी
Aurangabad Bihar Quarantine Center News बिहार में क्वारंटाइन सेंटरों पर कहीं हंगामा तो कहीं प्रवासियों के भागने का सिलसिला थम नहीं रहा है। गुरुवार को ऐसा ही मामला सामने आया है।
पटना, जेएनएन। बिहार में क्वारंटाइन सेंटरों पर कहीं हंगामा तो कहीं प्रवासियों के भागने का सिलसिला थम नहीं रहा है। गुरुवार को ऐसा ही मामला फिर सामने आया है। इसके पहले पूर्वी चंपारण में भी क्वारंटाइन सेंटर से दो प्रवासियों के भागने का मामला सामने आया था। बाद में दोनों को पकड़ा गया था। आज औरंगाबाद के एक क्वारंटाइन सेंटर से एक साथ 50 प्रवासी भाग गए। जानकारी मिलते ही इलाके में हड़कंप मच गया है। पूरा प्रशासनिक महकमा खोजबीन में जुट गया है। इतना ही नहीं, ऐसा ही मामला जहानाबाद से भी सामने आया है। वहां से 40 प्रवासी भाग निकले हैं।
औरंगाबाद से जेएनएन के अनुसार, जिले के मदनपुर प्रखंड के पतेया गांव स्थित क्यान इंटरनेशनल स्कूल में बने क्वारंटाइन सेंटर से करीब 50 प्रवासी मजदूर गुरुवार की दोपहर भाग गए। सेंटर पर ड्यूटी पर तैनात कर्मी धर्मेंद्र कुमार व मधुसूदन सिंह ने बताया क्वारंटाइन सेंटर में सारी सुविधाएं होने के बावजूद प्रवासी अपने घर जा रहे हैं। सेंटर से प्रवासियों के भागने की सूचना के बाद आसपास के गांवों में हड़कंप मच गया।
बताया जाता है कि दिल्ली समेत विभिन्न राज्यों से गुरुवार को बसों से प्रवासी मजदूरों को क्वारंटाइन सेंटर पर लाया गया था, लेकिन सेंटर पहुंचने के कुछ देर बाद ही मजदूर सेंटर छोड़ भाग निकले। सेंटर से भागे प्रवासी मजदूर बेरी पंचायत के भइयाराम बिगहा, गांधी नगर के बताए जाते हैं। बीडीओ कनिष्क कुमार सिंह ने बताया कि प्रवासियों के भागने के मामले में तहकीकात की जा रही है। दोषी लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।
जहानाबाद से जेएनएन के अनुसार, मध्य विद्यालय पंडौल स्थिति क्वारांटाइन सेंटर पर रह रहे लोगों ने गुरुवार को जरूरी सुविधा उपलब्ध नहीं रहने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। इतना ही नहीं 171 में से 40 लोग वहां से भाग गए। उन लोगों का कहना था कि यहां कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। अधिकारी आते हैं और आश्वासन देकर चले जाते हैं, लेकिन कोई इंतजाम नहीं की जाती है। जानकारी मिलते ही सीओ इंद्रदेव पंडित वहां पहुंचे और उनलोगों से शुक्रवार से सारी व्यवस्था ठीक होने का आश्वासन दिया, लेकिन पता चला कि इसी दौरान 40 लोग वहां से फरार हो गए। इसकी जानकारी मिलते ही डीडीसी मुकुल कुमार गुप्ता, एसडीओ निवेदिता कुमारी तथा एसडीपीओ अशोक कुमार पाण्डेय वहां पहुंचे। अधिकारियों ने मामले की जानकारी ली।
गौरतलब है कि पिछले माह पूर्वी चंपारण से भी दो मजदूरों के भागने की घटना हुई थी। 28 अप्रैल को अरेराज क्वांटाइन सेंटर से मजदूरों के भागने की घटना हुई थी। मजदूरों को भागने के बाद प्रशासन की नींद उड़ गई थी। हालांकि उसी दिन प्रशासन की सख्ती के बाद दोनों पकड़े गए थे। मालूम हो कि पिछले सप्ताह बांका के एक क्वारंटाइन सेंटर पर भोजन को लेकर प्रवासियों ने हंगामा कर दिया था। बाद में मामला शांत हुआ।