बिहार के 42 यूएलबी ओडीएफ घोषित, लेकिन पटना का अब भी इंतजार
स्वच्छ भारत मिशन के तहत बिहार के 42 नगर निकाय खुले से मुक्त घोषित किए गए हैं लेकिन पटना को अब भी ओडीएफ के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।
पटना [राज्य ब्यूरो]। स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) के तहत बिहार के 42 नगर निकायों को केंद्र सरकार ने खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) घोषित कर दिया है। नगर विकास एवं आवास विभाग की सिफारिश पर थर्ड पार्टी जांच के बाद भारत सरकार ने यह ऐलान किया है। शीघ्र ही 22 और नगर निकायों को ओडीएफ घोषित करने की तैयारी है, लेकिन पटना नगर निगम से अब भी शासन को इस पहल का इंतजार है।
महत्वपूर्ण यह है कि आठ नगर निकायों की भारत सरकार की एजेंसी क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (क्यूसीआइ) ने जांच पूरी कर ली है। उम्मीद है कि क्यूसीआइ की शीघ्र जांच रिपोर्ट के आधार पर भारत सरकार बिहार के 22 और नगर निकायों को ओडीएफ घोषित करने के सिफारिश करेगी।
ओडीएफ नगर निकाय
खुले में शौच मुक्त घोषित किए गए नगर निकायों में फुलवारीशरीफ, खगौल, बख्तियारपुर, फतुहा, खुसरुपुर, बिहारशरीफ, हिलसा, इस्लामपुर, सासाराम, नासरीगंज, कोयत, कोचस, आरा, जगदीशपुर, कोइलवर, डुमरांव, भभुआ, मोहनिया, ढाका, हाजीपुर, सीमातढ़ी, बेलसंड, डुमरा, जनकपुर रोड, शिवहर, जमुई, शेखपुरा, बरबीघा, गोगरी जमालपुर, बोधगया, किशनगंज, ठाकुरगंज, सिवान, महाराजगंज, मैरवा, गोपालगंज, कटैया, मधुबनी, जयनगर, समस्तीपुर, दलसिंहसराय और वीरपुर शामिल है।
शीघ्र ओडीएफ घोषित होने वाले यूएलबी
बेगूसराय, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, कटिहार, बाढ, हाजीपुर, लखीसराय, जहानाबाद, रक्सौल, सुपौल, सोनपुर, अमरपुर, मुरलीगंज, हिसुआ, नौबतपुर, बिक्रम, निर्मली, महनार, बिक्रमगंज, रफीगंज, शेरघाटी और कटैया का नाम प्रस्तावित है।