श्रीराम मंदिर निधि संग्रह में कल से कूच करेंगी 41 हजार टोलियां, गया में कामेश्वर चौपाल करेंगे निधि संग्रह अभियान का आगाज
विहिप आरएसएस और भाजपा के पौने दो लाख से अधिक कार्यकर्ता चंदा संग्रह करेंगे। श्रीराम मंदिर निधि संग्रह में 2000 रुपये से अधिक सहयोग देने वालों के लिए आयकर अधिनियम की धारा 80जी के तहत कर में छूट का प्रावधान है।
पटना, राज्य ब्यूरो । बिहार में राम मंदिर निधि संग्रह अभियान में शुक्रवार ( 16 जनवरी) से पौने दो लाख कार्यसेवक जुटेंगे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद के अलावा 80 हजार भाजपा कार्यकर्ता निधि संग्रह अभियान में कूच करेंगे। बिहार में 41 हजार टोलियां 42 दिन के अभियान में जुटेंगी। समाज के प्रमुख हस्तियों, साधु-संतों और प्रबुद्धों को अभियान में लगाया गया है।
घर-घर जाकर कूपन देंगे
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के न्यासी कामेश्वर चौपाल खुद गया से अभियान की शुरुआत करेंगे। आठ हजार चार सौ पंचायतों के 45 हजार गांवों में अलग-अलग टोलियों कूच करने की जिम्मेदारी दी गई है। साधु-संतों को भी जोड़ा जाएगा। शुक्रवार को अभियान के आगाज पर मठों-मंदिरों या सामूहिक स्थानों पर भजन कीर्तन का भी आयोजन होगा। घर-घर जाकर कूपन देंगे और निधि संग्रह करेंगे।
दरभंगा के दलित बस्ती से भी अभियान
विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जीवेश्वर मिश्र दरभंगा के कुशेश्वर स्थान मंदिर से पूजा अर्चना के बाद दलित बस्ती से अभियान का शुभारंभ करेंगे। बिहार में 1.5 करोड़ से अधिक परिवारों के बीच जाने का लक्ष्य तय किया गया है। देशव्यापी निधि संग्रह अभियान 15 जनवरी से 27 फरवरी तक चलेगा। बिहार में इस अभियान के तहत 7.5 से 10 करोड़ भक्तों तक पहुंचने की कोशिश होगी।
10 रुपये भी दे सकेंगे
अभियान को गति देने के लिए पद्मश्री डॉ. आरएन सिंह की अध्यक्षता में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण समिति, बिहार का गठन किया गया है। यह पूरा अभियान जीयर स्वामी एवं अन्य संतों के निर्देशन में गठित मार्गदर्शक समिति द्वारा संचालित किया जाएगा।
मंदिर निर्माण के लिए 10 रुपये, 100 रुपये और 1000 रुपये के कूपन छपाए गए हैं। 2000 रुपये से अधिक की निधि रसीद के माध्यम से प्राप्त की जाएगी। 2000 रुपये से अधिक सहयोग देने वालों के लिए आयकर अधिनियम की धारा 80जी के तहत कर में छूट का प्रावधान है।
चार से पांच लोगों टोली
बिहार में चार से पांच लोगों की एक टोली बनाई गई है। प्रमुख संग्रहकर्ता को रोज इसकी रिपोर्ट देनी होगी। कम से कम 48 घंटे के अंदर सभी जमा राशि तीर्थक्षेत्र के बैंक खाते में जमा करनी होगी। तीनों में से किसी भी बैंक में संग्रह राशि जमा की जा सकती है। बैंक ऑफ बड़ौदा, भारतीय स्टेट बैंक और पंजाब नेशनल बैंक में राशि जमा करने की सहूलियत होगी।