बिल्डर को मारने के लिए 40 हजार में हुई थी डील, तीन गोली मारने के बाद पैर गया फिसल, जानें Patna News
पटना के कदमकुआं में बिल्डर जितेंद्र यादव को गोली मारने के बाद रंगे हाथ दबोचे गए अपराधी ने कई खुलासे किए हैं।
पटना, जेएनएन। पिछले रविवार को हुए बिल्डर जितेंद्र यादव पर हमले के लिए अपराधी साहेब उर्फ ताहिर को सात हजार रुपये एडवांस में मिले थे। काम होने के बाद बाकी के 33 हजार रुपये मिलने वाले थे। यही नहीं गोली और पिस्टल भी उसे आलमगंज निवासी राजू खान ने दी थी। ये बातें पुलिसिया पूछताछ में ताहिर ने बताई। गांधी मैदान थाने में रखकर उससे पूछताछ की गई थी।
इस मुतल्लिक कदमकुआं थानाध्यक्ष निशिकांत निशि ने बताया कि पकड़े गए बदमाश ताहिर का आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। उस पर पीरबहोर थाने में हत्या और लूट, अपहरण, आर्म्स एक्ट, एनडीपीएस एक्ट के तहत चार मामले दर्ज हैं। वह पहले भी जेल जा चुका है। उस पर 2012 में अपहरण, 2015 में आर्म्स एक्ट, 2015 में हत्या और 2017 में एनडीपीएस एक्ट के तहत पीरबहोर थाने में मामला दर्ज हुआ था।
नशीले पदार्थो की करता है तस्करी
पुलिसिया पूछताछ में उसने स्वीकार किया है कि वह गांजा और नशीली पदार्थो का तस्करी करता है। साहेब ने पुलिस को बताया कि उसे राजू अपनी बाइक यामाहा एफजेड पर बैठाकर घटना को अंजाम देने के लिए यहां लेकर आया था। फिलहाल राजू खान पेशे से जमीन का दलाली करता है। साथ ही बिल्डिंग निर्माण से भी जुड़ा है। वह भी पहले जेल की हवा खा चुका है। इस पर भी हत्या, रंगदारी के कई मामले दर्ज हैं। जितेंद्र के भाई शास्त्री कुमार के लिखित बयान पर कदमकुआं थाने में ताहिर, राजू सहित छह नामजद और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
थानाध्यक्ष ने बताया कि गोली से घायल बिल्डर जितेंद्र खतरे से बाहर हैं, लेकिन ठुड्ढी पर गोली लगने की पट्टी लगी हुई है जिससे मुंह नहीं खुल रहा है। ऐसे में उनका बयान नहीं लिया जा सका है। पुलिस राजू खान सहित अन्य लोगों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
गौरतलब है कि रविवार की शाम कदमकुआं थाना इलाके के ओम विहार कॉम्प्लेक्स के सामने बिल्डर जितेंद्र यादव को ताहिर ने तीन गोली मार दी थी। घटना को अंजाम देने के बाद भागने के क्रम में उसका पांव फिसल गया और वह जमीन पर गिर पड़ा था। तब स्थानीय लोगों ने उसे 7.62 बोर की रेगुलर पिस्टल के साथ दबोच लिया था। जबकि उसका साथी राजू खान बाइक लेकर फरार हो गया था। लोगों ने ताहिर को पुलिस के हवाले कर दिया था। ताहिर पीरबहोर थानांतर्गत गोलखपुर में रहता है।
जितेंद्र और राजू के बीच ढाई कट्ठे के एक प्लॉट को लेकर विवाद चल रहा था। कई लोगों से जमीन को लेकर जितेंद्र की अदावत चल रही थी। जितेंद्र राजगीर में कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स बनाने का काम शुरू किया था। यह मूलरूप से लखीसराय जिले के बड़हिया का रहने वाले हैं। पटना में वे कदमकुआं के बीपी कॉम्प्लेक्स के फ्लैट नंबर 402 व 403 में परिवार के साथ रहते हैं।