पहले दिन चिडि़याघर पहुंचे 300 लोग
ढाई महीने से ज्यादा अंतराल के बाद पटना जू के दरवाजे मंगलवार को आम लोगों के लिए खुले
पटना। ढाई महीने से ज्यादा अंतराल के बाद पटना जू के दरवाजे मंगलवार को आम लोगों के लिए खुल गए। फिलहाल केवल वनस्पति क्षेत्र को सुबह में पांच घंटे के लिए खोला जा रहा है। पहले दिन 300 मॉर्निग वॉकर टहलने और व्यायाम करने पहुंचे। लॉकडाउन से पहले लगभग तीन हजार मॉर्निग वॉकर यहां टहलने आते थे। जू खुलने की जानकारी होने के बाद बुधवार से यह संख्या बढ़ने की उम्मीद है। चिड़ियाघर को फिलहाल सुबह 5:30 से 10:30 बजे तक ही खोला जा रहा है।
सरकारी गाइडलाइन के मुताबिक बिना मास्क के किसी को प्रवेश नहीं मिला। प्रवेश काउंटर पर ही मास्क की बिक्री भी हो रही थी। प्रवेश से पहले थर्मल स्क्रीनिंग और हैंड सैनिटाइज कराया जा रहा था। पासधारकों के साथ ही अन्य लोग भी टिकट लेकर प्रवेश कर रहे थे। चिड़ियाघर के कर्मचारी फेसमास्क और ग्लव्स लगाकर ड्यूटी पर तैनात दिखे। जानवरों के केज की ओर जाने वाले रास्ते पर बैरिकेडिंग : चिड़ियाघर में गेट संख्या एक और दो दोनों से प्रवेश कराया गया। जानवरों के केज की ओर जाने वाले रास्ते को बैरिकेडिंग और रस्सी से घेरा गया था, ताकि लोग उधर नहीं जा सकें। वनस्पति क्षेत्र में लोगों ने इन चीजों का किया भ्रमण : चिड़ियाघर में आने वाले लोगों को केवल वनस्पति क्षेत्र में घूमने की इजाजत दी गयी। लोगों ने शिशु उद्यान, जल उद्यान, औषधीय वाटिका, केना गार्डेन, कैकटस घर, फर्न हाउस, झील क्षेत्र का भ्रमण किया। बातचीत
पिछले 33 साल से चिड़ियाघर में मॉर्निग वॉक के लिए पहुंच रहा हूं। इतने लंबे समय चिड़ियाघर के बंद होने से मॉर्निग वॉकरों को परेशानी हो रही थी।
शशिकांत झा, पटेल नगर चिड़ियाघर के खुलने की सूचना मुझे मेरे मित्र से मिली। इसके बंद हो जाने से मजबूरी में सड़क पर ही टहलना पड़ रहा था।
- बिंदेश्वरी सिंह, पटेल नगर लंबे इंतजार के बाद चिड़ियाघर के प्राकृतिक वातावरण में टहलने का मौका मिला। चिड़ियाघर के बंद होने से घर के छत पर ही व्यायाम कर रहा था।
- डॉ. डीएन सिंह, एसकेपुरी चिड़ियाघर के खुलते ही मॉर्निग वॉक के बहाने मित्रों से मुलाकात हुई। चिड़ियाघर में लगभग दो घंटे की व्यायाम के बाद काफी अच्छा लग रहा है।
-योगेंद्र भक्त, फुलवारी