दीपावली पर वैशाली में आग लगने से 30 घर जलकर राख, दो लोग बुरी तरह झुलसे; लाखों का सामान जला
राघोपुर प्रखंड अंतर्गत रुस्तमपुर पंचायत के वार्ड संख्या चार में मोमबत्ती की लौ से आग लगने से 30 घर जलकर राख हो गए। घटना दीपावली के दिन गुरुवार शाम की है। घटना में बंगाली राय एवं मनोज कुमार माधुरी देवी आग में झुलसने से बुरी तरह घायल हो गए।
संवाद सूत्र, राघोपुर (हाजीपुर)। राघोपुर प्रखंड अंतर्गत रुस्तमपुर पंचायत के वार्ड संख्या चार में मोमबत्ती की लौ से आग लगने से 30 घर जलकर राख हो गए। घटना दीपावली के दिन गुरुवार शाम की है। घटना में बंगाली राय एवं मनोज कुमार माधुरी देवी आग में झुलसने से बुरी तरह घायल हो गए। दोनों का इलाज यहां निजी क्लीनिक में कराया गया। अगलगी की घटना में लाखों रुपये का सामान जलकर राख हो गया। दीपावली के दिन घटित इस घटना को लेकर वहां कोहराम मच गया है।
मिली जानकारी के अनुसार, रुस्तमपुर ओपी अंतर्गत रुस्तमपुर पंचायत के वार्ड संख्या चार निवासी अहिल्या देवी, बालचंद ठाकुर, भुल्लू ठाकुर, पंकज ठाकुर, दिनेश ठाकुर, दिनेश ठाकुर, कृष्ण ठाकुर, लक्ष्मण ठाकुर, लक्ष्मी ठाकुर, लल्लन ठाकुर, लालचंद ठाकुर, प्रेमचंद ठाकुर, मुकेश ठाकुर, गुड्डू ठाकुर, पिंटू ठाकुर, सिया देवी, उपेंद्र राय, सुरेंद्र राय, सचिंदर राय, कारू राय, बिजेंदर राय, गुड्डू राय, सावित्री देवी, लल्लन राय, बासु राय, टिपन राय, रीता देवी, बंगाली राय, मनोज कुमार का घर जलकर राख में तब्दील हो गया।
जानकारी के अनुसार अहिल्या देवी के घर में मोमबत्ती की लौ से आग लग गई। आग की लपटों पे देखते ही देखते आसपास के लगभग 30 घरों को अपनी चपेट में ले लिया। आग लगने की खबर सुनकर आसपास के लोग जुट गए। रुस्तमपुर के सामाजिक कार्यकर्ता सबल पासवान ने घटना की जानकारी रुस्तमपुर ओपी अध्यक्ष को दी। जानकारी मिलते ही रुस्तमपुर एवं राघोपुर थाना के तीन दमकल की गाड़ी घटनास्थल पर पहुंच गई। कड़ी मशक्कत के बाद कर्मियों ने आसपास के लोगों की मदद से आग पर काबू पाया। हालांकि, तब तक सब कुछ जल चुका था।
स्थानीय लोगों के अनुसार आग की लपटें इतनी तेज थी कि आग पर काबू पाना मुश्किल हो रहा था। अगलगी की घटना में मनोज कुमार एवं बंगाली राय बुरी तरह झुलस गए। दोनों का इलाज निजी क्लीनिक में कराया गया। अगलगी की घटना में घर में रखा चौकी, बर्तन, बक्सा, जरूरत के कागजात गेहूं, चावल, पलंग, कुर्सी आदि सामान जल गया। अगलगी में कई भूसा से भरा खोपरा जल गया।
अपने घर से कोई सामान भी नहीं निकाल सके पीडि़त
आग लगने के बाद घर के सभी लोग निकल कर बाहर की तरफ भागे। कुछ ने अपने घरों से सामान निकालने के लिए कोशिश की लेकिन आगे की लपेटे इतनी तेज थी कि किसी के लिए कुछ भी निकालना संभव नहीं हो पा रहा था। अगलगी की घटना में घर का लगभग सामान जलकर राख हो गया। घटना के बाद अग्नि पीडि़त परिवार के बच्चे-बूढ़े, जवान, महिला सभी जोर जोर से चिल्ला रहे थे। प्रीत परिवार को अब खुले आसमान में जीने की चिंता सता रही है। पीडि़तों ने राघोपुर सीओ से बात कर अग्नि पीडि़त परिवार को नगद राशि देने की मांग की।