West Bengal Election: बंगाल में बिहारी वोटरों पर तेजस्वी की नजर, कहा- BJP को हराना प्राथमिकता
West Bengal Assembly Election 2021 पश्चिम बंगाल में आरजेडी व टीएमसी साथ हैं। तेजस्वी यादव के अनुसार वहां सीटें नहीं बीजेपी को हराना प्राथमिकता है। इसके लिए उन्होंने बिहारी वोटरों से ममता बनर्जी के पक्ष में मतदान की अपील की है।
पटना, बिहार ऑनलाइन डेस्क। West Bengal Assembly Election 2021 राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता व बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष (Leader of Opposition in Bihar Assembly) तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की नजर पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में बिहारी मूल के वोटरों (Voters of Bihari origin) पर है। उन्होंने पश्चिम बंगाल के बिहारी मूल के वोटरों से सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) के पक्ष में मतदान करने की अपील की है। उन्हाेंने कहा है कि आरजेडी की प्राथमिकता ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के साथ मिलकर वहां भारतीय जनता पार्टी (BJP) को सत्ता में आने से रोकना है। बंगाल में आरजेडी द्वारा टीएमसी का साथ देने पर बिहार में राजनीति गरमा गई है। इसे लेकर विरोधियों के हमलों पर आरजेडी ने भी अपनी बात रखी है।
ममता के साथ आरजेडी, बीजेपी को रोकना प्राथमिकता
तेजस्वी यादव ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि उनकी प्राथमिकता बीजेपी को रोकना है। इसके लिए आरजेडी ममता बनर्जी को पूरा सहयोग देगा। उन्होंने आदर्शों एवं मूल्यों को बचाने की इस लड़ाई में बिहारी मूल के वोटरों से टीएमसी को समर्थन देने की अपील की। ममता बनर्जी ने भी कहा कि वे आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) का सम्मान करतीं हैं।
आरजेडी व टीएमसी के बीच सीटों का बंटवारा शेष
खास बात यह है कि आरजेडी व टीएमसी के बीच सीटों के बंटवारे पर फैसला नहीं हुआ है। तेजस्वी ने ममता को बिना शर्त समर्थन देने की घोषणा की है। इस तालमेल के पीछे बीजेपी को आगे बढ़ने से रोकने की हर संभव कोशिश है। आरजेडी के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक की मानें तो पश्चिम बंगाल में पार्टी के लिए प्राथमिकता बीजेपी को हराना है, सीटें नहीं हैं।
बिहार की तरह वाम का साथ बंगाल में नहीं आया रास
विदित हो कि बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और वामदलों के साथ गठबंधन कर तेजस्वी ने आरजेडी को बिहार में सबसे बड़ा दल बनाया है। बंगाल में भी ऐसा ही होने के कयास लगाए जा रहे थे। वाम दलों ने इसकी पहल भी की। इसके बावजूद तेजस्वी ने टीएमसी के साथ जाना बेहतर समझा। इसपर विरोधी हमलावर हैं तो महागठबंधन में भी असंतोष दिख रहा है। इसपर आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बिहार में कांग्रेस व वामदल साथ हैं, लेकिन पश्चिम बंगाल में परिस्थितियां अलग हैं।