तेजस्वी बोले- रूपेश की हत्या में किसी बड़े शख्स का हाथ, पटना पुलिस ने नौ लोगों को उठाया
रूपेश हत्याकांड पटना में कई जगह छापेमारी नौ संदिग्ध हिरासत में मोबाइल के कॉल डिटेल्स से जुड़ी जानकारियों की हो रही जांच टेंडर से जुड़े एक विभाग में पहुंची एसआइटी कुछ लोगों से पूछताछ पटना व दो अन्य जिलों से जुडऩे लगे शूटर हायर करने के कनेक्शन।
पटना, जागरण संवाददाता। Rupesh Murder Case: पटना एयरपोर्ट पर तैनात इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह की उनके घर के सामने हत्या किए जाने के मामले में पुलिस के हाथ छह दिन बाद भी खाली हैं। तमाम सियासी गर्मागर्मी और सीधे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हस्तक्षेप के बाद भी इस मामले में पटना की पुलिस अब तक बहुत ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है। इस बीच विपक्ष के नेता और राजद का मुख्य चेहरा तेजस्वी यादव ने कहा है कि इस हत्या में किसी बड़े शख्स यहां तक कि मंत्री का हाथ भी हो सकता है।
कम से कम नौ संदिग्धों को हिरासत में लेकर हो रही पूछताछ
हत्या के तुरंत बाद पुलिस ने रूपेश की कार से मोबाइल जब्त किया था। कॉल डिटेल्स और मैसेज चैटिंग के दौरान बेसिक बातचीत को भी एसआइटी ने गंभीरता से लिया है। एसआइटी टीम से जुड़े एक पदाधिकारी की मानें तो पुनाईचक, कंकड़बाग, दीघा और राजा बाजार में दबिश के बाद पुलिस नौ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। एसआइटी ने पूछताछ के लिए गुप्त ठिकाना बनाया है। वहां अब तक कई लोगों को बुलाकर पूछताछ की जा चुकी है।
टेंडर के विवाद के एंगल पर जांच को सरकारी विभाग में भी गई एसआइटी
एसआइटी की एक टीम ने टेंडर या रुपये के लेनदेन को लेकर पड़ताल करने के लिए एक सरकारी विभाग में दबिश दी थी। हालांकि एसआइटी के पदाधिकारी इस पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। बस इतना जरूर बता रहे हैं कि हत्या के पीछे पटना और दो अन्य जिलों से कनेक्शन जुड़ रहे हैं। ऐसी भी आशंका व्यक्त की जा रही है कि हो न हो शूटर इन्हीं तीनों जिलों से हायर किए गए हैं।
एयरपोर्ट से रूपेश के अपार्टमेंट तक की दो टीमें कर रहीं जांच
दो टीमें एयरपोर्ट, राजा बाजार से लेकर अपार्टमेंट के बीच साक्ष्य जुटा रही हैं। वहीं दो टीमें दिल्ली और यूपी से भी लौट आई हैं। दो सदस्यीय टीम गोवा भी गई थी। जबकि छपरा उनके पैतृक गांव पहुंचकर भी कुछ लोगों से पूछताछ हो चुकी है। बेगूसराय और वैशाली में भी कुछ लोगों से पूछताछ हुई। इन सबके बीच कुछ ऐसे साक्ष्य पुलिस के हाथ लगे हैं, जिससे जांच अब सही दिशा में चलने की बात कही जा रही है।
धुंधले फुटेज से सुराग हासिल करने को लिया लैब का सहारा
छह जगह सीसी कैमरे के फुटेज में बाइक से भागते शूटर दिखे, लेकिन रात होने की वजह से बहुत स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि वह कौन सी बाइक थी? हालांकि, बाइक कहां-कहां से गुजरी, एसआइटी वहां घूम चुकी है। सूत्रों की मानें तो बाइक को कहीं पटना में ही पार्क कर दिया गया या छिपा दिया गया। जिस फुटेज में बाइक और संदिग्ध दिख रहे हैं, उनसे कपड़े और जूतों की पहचान के लिए फुटेज को एक लैब में भेजा गया है।