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पांच महीने में साढ़े करोड़ की संपत्ति ले गए चोर, राजीवनगर, दीघा व शास्त्रीनगर में सबसे अधिक चोरियां

Crime in Patna प्रदेश की राजधानी पटना के वासी चोरों से त्रस्‍त हैं और पुलिस भी। हालांकि पुलिस इन मामलों को लेकर कोई ज्‍यादा परेशान नहीं दिखती क्‍योंकि चोरी के ज्‍यादातर मामलों में पुलिस के हाथ खाली ही रहते हैं। आंकड़ों में जानें किस इलाके का क्‍या हाल

By Shubh NpathakEdited By: Published: Sun, 29 Nov 2020 07:39 AM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 07:39 AM (IST)
पांच महीने में साढ़े करोड़ की संपत्ति ले गए चोर, राजीवनगर, दीघा व शास्त्रीनगर में सबसे अधिक चोरियां
वारदात को अंजाम देकर निकल जाते हैं चोर और पुलिस मलती है हाथ। जागरण

पटना, जेएनएन। हत्या और लूट की वारदातों का जल्द पर्दाफाश करने का दावा करने वाली पटना पुलिस चोरों को पकड़ने में फेल हो जाती है। सितंबर से नवंबर के बीच साल की सबसे ज्‍यादा चोरी हुई। इन चार माह में दो दर्जन से अधिक चोरियां हुई, जिसमें चोर नकदी समेत चार करोड़ से अधिक की संपत्ति उड़ा ले गए, लेकिन पुलिस सभी मामलों का पर्दाफाश नहीं कर सकी। जब तक पुलिस पांच-छह चोरों को गिरफ्तार कर पाई तब तक नए मामलों ने उलझा दिया। हैरानी की बात यह है कि चोर पकड़े भी जाते हैं तो सामान बरामद नहीं हो पाता है।

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नवंबर माह में डेढ़ करोड़ की चोरी, पुलिस के हाथ खाली

दीघा, राजीव नगर, बेउर, रूपसपुर और शास्त्रीनगर में सबसे अधिक चोरियां होती हैं। 19 जुलाई को शास्त्रीनगर में मर्चेंट नेवी में कैप्टन के घर से करीब डेढ़ करोड़ की संपत्ति चोरी हुई, जो साल की सबसे बड़ी चोरी है। इस मामले में पुलिस के हाथ फुटेज तो लगे, लेकिन न तो चोर पकड़े गए और न ही पुलिस सामान बरामद कर सकी। इसके अगले ही दिन राजीव नगर मजिस्ट्रेट कॉलोनी में एक ही चार फ्लैटों में 50 लाख की चोरी हुई। पुलिस ने इस मामले में चार चोरों की गिरफ्तारी का दावा की, लेकिन सामान 10 फीसद भी नहीं मिले।

उत्‍तर प्रदेश के चोर दे रहे वारदातों को अंजाम

दीघा में चार घरों में करीब एक करोड़ की चोरी हुई। पुलिस ने मामले में यूपी से चार चोरों को गिरफ्तार किया। चोरी का सामान खरीदने वाला कारोबारी भी गिरफ्तार किया गया, लेकिन सरगना का ठिकाना नहीं मिला। इस साल नवंबर माह में राजीव नगर, बेउर, बिहटा, फुलवारी, कंकड़बाग, कदमकुआं में एक दर्जन से अधिक चोरियां हो चुकी हैं। इसमें करीब डेढ़ करोड़ की संपत्ति चोर समेट ले गए। इसमें सबसे अधिक चोरी कदमकुआं में मर्चेंट नेवी के इंजीनियर के घर में हुई। चोर करीब साठ लाख की संपत्ति उड़ा ले गए। नवंबर माह में हुई चोरी के एक भी मामले में पुलिस किसी की गिरफ्तारी नहीं कर सकी है।  

हाल में हुईं बड़ी वारदातें

19 जुलाई: शास्त्रीनगर में मर्चेंट नेवी के कैप्टन के घर में घुसकर चोर करीब डेढ़ करोड़ की संपत्ति चुरा ले गए। पुलिस गिरोह की पहचान तक नहीं कर सकी।

-20 जुलाई : राजीव नगर थाना क्षेत्र की मजिस्ट्रेट कॉलोनी में एक ही रात चार फ्लैटों का ताला तोड़ 50 लाख की चोरी हुई। आज तक चोर नहीं पकड़े गए।

-20 अगस्त : दीघा थाना क्षेत्र के निराला नगर में कारोबारी, दो इंस्पेक्टर सहित चार घरों में ताला तोड़ करीब एक करोड़ चोरी हुई। चार आरोपित गिरफ्तार

-03 सितंबर : राजीव नगर के रामनगरी मोड़ और एनटीपीसी कॉलोनी में चार फ्लैट का ताला तोड़ चोर करीब 40 लाख की संपत्ति उड़ा ले गए। चोरों का सुराग नहीं मिला।

04 सितंबर : पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के नेहरू नगर में नेवी के रिटायर अधिकारी के घर का ताला तोड़ 15 लाख की चोरी किए। चोर गिरफ्तार, सामान बरामद।

07 सितंबर : अगमकुआं के एचआइजी कॉलोनी के सात नंबर ब्लॉक में रहने वाले पूर्व मंत्री के फ्लैट में 20 लाख की चोरी हो गई। छानबीन में जुटी पुलिस।

-22 नवंबर: राजीव नगर के अशियाना नगर में रिटायर्ड कमिश्नर, अभियंता कॉलोनी में चार अन्य के घरों में करीब 17 लाख की चोरी। पुलिस खाली हाथ।

-23 नवंबर: कंकड़बाग और पत्रकार नगर में करोबारी समेत चार घरों में 15 लाख की चोरी हुई। इस मामले में पुलिस गिरोह की पहचान तक नहीं कर सकी।

-24 नवंबर: कदमकुआं थाना क्षेत्र में मर्चेंट नेवी के चीफ इंजीनियर के घर में 60 लाख की चोरी। वाहन से चोर आए थे। गिरोह की पहचान तक नहीं हुई।


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