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गांधी सेतु पर लगेंगे 10 और कैमरे, पटना और वैशाली के जिला नियंत्रण कक्ष से रखी जाएगी नजर

Traffic on Mahatma Gandhi Setu पटना स्थित महात्‍मा गांधी सेतु को वन-वे किए जाने के बाद पूरे क्षेत्र में जाम की समस्‍या आम हो गई है। इससे निपटने के लिए रियल टाइम निगरानी की व्‍यवस्‍था हो रही है। डीएम एसपी प्रधान सचिव अधिकारी मोबाइल पर लेते रहेंगे जायजा।

By Shubh NpathakEdited By: Published: Sat, 28 Nov 2020 09:51 AM (IST)Updated: Sat, 28 Nov 2020 09:51 AM (IST)
गांधी सेतु पर लगेंगे 10 और कैमरे, पटना और वैशाली के जिला नियंत्रण कक्ष से रखी जाएगी नजर
महात्‍मा गांधी सेतु पर रोजाना लगने वाला जाम अब होगा खत्‍म। जागरण

पटना सिटी, जेएनएन। महात्मा गांधी सेतु पर बढ़े वाहनों के दबाव तथा लगातार लग रहे जाम को नियंत्रित करने के लिए नवनिर्मित पश्चिमी लेन पर सीसीटीवी कैमरा लगाया जाएगा। इन कैमरों की मदद से पटना एवं वैशाली जिला प्रशासन सेतु की हर एक गतिविधियों पर नजर रखेगा। जाम लगने की वजह, दुर्घटना, वाहनों के ओवरटेक, खराब होने वाले वाहनों को तुरंत लेन से निकालने आदि की व्यवस्था की जाएगी। कैमरों की मदद से जिलाधिकारी, एसपी से लेकर पुल निर्माण विभाग के प्रधान सचिव एवं अन्य अधिकारी अपने मोबाइल पर ही सूक्षमता से निगरानी रखेंगे।

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गांधी सेतु पर फिलहाल छह कमैरों से हो रही निगरानी

सेतु डिविजन के अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गांधी सेतु पर फिलहाल छह कैमरे लगे हैं। इसे भी अपडेट किया जाएगा। सेतु पर लगातार लग रहे जाम, तैनात पुलिस कर्मियों की सक्रियता, लोडेड वाहन, वाहन चालकों द्वारा यातायात नियमों के उल्लंघन, जाम की सही वजह आदि मामलों का जीवंत प्रसारण देखने तथा त्वरित कार्रवाई के लिए यह व्यवस्था की जा रही है।

अधिक क्षमता वाले 10 नये कैमरे जल्‍द लगाने की योजना

अधिकारिक सूत्र बताते हैं कि प्रथम चरण में अधिक क्षमता वाले गुणवत्तापूर्ण दस कैमरे लगाए जाएंगे। इनका लिंक एक सप्ताह में सभी पदाधिकारियों को उपलब्ध करा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि सेतु पर पांच मजिस्ट्रेट की भी तैनाती की गयी है। पुल की यातायात व्यवस्था पर यह नजर रख रहे हैं।

ओवरटेक करने वालों पर कार्रवाई करना होगा आसान

सेतु पर तैनात पुलिसकर्मियों का कहना है कि कई बार वाहन के खराब होने की जानकारी जल्दी नहीं मिल पाती है। इस कारण वहां तक क्रेन पहुंचा कर उसे निकालने में देरी होने से सेतु पर वाहनों की लंबी कतार लग जाती है। ओवरटेक  कर जाम की समस्या को गंभीर बनाने वाले चालकों के खिलाफ कार्रवाई उनके लेन पर उपस्थित रहने के समय ही हो सकेगी। कैमरे से मॉनिटरिंग करने वाले अधिकारियों को भी वस्तुस्थिति की सही जानकारी मिलती रहेगी। इससे हम पुलिसकर्मियों पर सक्रिय न रहने का आरोप लगाना आसान नहीं होगा।


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