Bihar Assembly Election 2020: चिराग के लोजपा में असंतोष, चाचा पारस सहित चार सांसद नहीं चाहते एनडीए से अलगाव
Bihar Assembly Election 2020 चाचा पारस चाहते हैं एनडीए के साथ रहे लोजपा । पार्टी के छह में से चार सांसदों ने पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान की इस राय से असहमति जाहिर की है कि लोजपा अपने दम पर विधानसभा चुनाव लड़े। चिराग के आधिकारिक बयान का इंतजार।
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Assembly Election 2020: एनडीए (NDA) से अलगाव के सवाल पर लोजपा (LJP) का असंतोष (dissent) सतह पर आ गया है। पार्टी के छह में से चार सांसदों ने पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) की इस राय से असहमति जाहिर की है कि लोजपा अपने दम पर विधानसभा चुनाव (Assebly Polls) लड़े। एनडीए के साथ या अलग चुनाव लडऩे के मामले में चिराग का आधिकारिक बयान अबतक नहीं आया है। बताया जा रहा है कि चिराग एनडीए से तालमेेल के ठोस प्रस्ताव का इंतजार कर रहे हैं।
चाचा पारस ने ही असहमति जताई
लोजपा के अंदर चिराग के प्रस्ताव पर असहमति सांसद पशुपति कुमार पारस ने ही जाहिर की है। खबर है कि शनिवार की देर रात तक उन्होंने अन्य सांसदों के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। पारस ने साफ कहा कि वे एनडीए के वोट और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरा पर ही सांसद बने हैं। लिहाजा, ऐसा कुछ नहीं करेंगे, जिससे एनडीए में फूट पड़े। उन्होंने पार्टी के उन नेताओं से भी बातचीत की जो पिछले चुनाव में लोजपा के उम्मीदवार थे और इस बार भी चुनाव लडऩा चाहते हैं। सूत्रों ने बताया कि इकलौते सांसद अौर चचेरे भाई प्रिंस पासवान ही चिराग के अलग लडऩे के प्रस्ताव के साथ हैं। पारस के बाद प्रिंस ने भी पार्टी सांसदों से बातचीत कर उनकी राय ली।
चिराग अभी बीमार पिता के साथ हैं
बता दें कि पूर्व में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में लोजपा के नेताओं और पदाधिकारियों ने बिहार विधानसभा की 143 सीटों पर चुनाव लड़ने का निर्णय लेने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष्ा चिराग पासवान को अधिकृत किया था। वर्तमान में चिराग पासवान पिता व लोजपा संस्थापाक राम विलास पासवान के साथ हैं। केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान दिल्ली के फोर्टिस हॉस्पिटल में भर्ती हैं। एक दिन पहले ही बिहार विधान सभा चुनाव की तारीख की घोषणा के बाद चिराग पासवान ने भावुक ट्वीट किया था। कहा, कि पापा का अंश हूं , उनसे ही लड़ना सीखा है। 50 वर्षो में ऐसा पहली बार है कि बिहार में चुनाव के समय पिता वहां नहीं हैं। विश्वास जताया था कि जल्द ही पापा वर्चुअल माध्यम से बिहार में पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं और अन्य लोगों से मुखातिब होंगे।