कर्ज न लौटाने पर युवक को मारने आए तीन बदमाश, सबूत मांगने पर पिता की ले ली जान
पटना में कर्ज न लौटाने पर अपराधी एक युवक को मारने पहुंचे पर सामना हो गया पिता से। जब बाप ने उधार के पैसे देने का सबूत मांगा तो बदमाशों ने उन्हीं की जान ले ली।
पटना, जेएनएन। बेटे द्वारा बहन की शादी के लिए कर्ज का सबूत बदमाशों से मांगना पिता को महंगा पड़ा। बदले में जान चली गई। मामला पटना के पीरबहोर थाना क्षेत्र के मुसल्लहपुर स्थित महावीर लेन का है। सोमवार की रात अपराधियों के निशाने पर रिटायर्ड सचिवालयकर्मी धीरेंद्र कुमार नहीं बल्कि उनका बेटा शिवम था। पुलिस गिरफ्त में आए धीरेंद्र की हत्या करने के आरोपित सूरज कुमार, छेदी उर्फ अखिलेश और अमन कुमार ने पुलिस को बताया कि शिवम ने तीन साल पूर्व बहन की शादी के नाम पर साढ़े छह लाख लिया था।
बेटे को खोजते आए, मिल गए पिता
वारदात की रात सूरज, छेदी, अमन और चंदन तकादा करने के लिए शिवम को खोजते हुए महावीर लेन पहुंचे थे। संयोगवश शिवम नहीं मिला, लेकिन उसके पिता से मुलाकात हो गई। आरोपित शिवम के पिता से पैसा मांगने लगे, इस पर धीरेंद्र ने सबूत की मांग की। बात बढ़ी और गुस्साए आरोपितों ने उन्हें गोली मार दी। पुलिस इस मामले में अन्य आरोपित चंदन की तलाश में जुटी है।
शिवम के पास ही था सूरज का एटीएम कार्ड
पुलिस ने शिवम के बयान पर धीरेन्द्र के बड़े भाई-भाभी सहित परिवार के छह सदस्य और छोटू व सूरज पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की। शिवम का आरोप था कि बड़े चाचा से पिता का रास्ते को लेकर विवाद चल रहा था। उन्हें धमकी भी मिली थी। पुलिस ने इस मामले में विजेंद्र कुमार, जैवंती देवी और प्रीति कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। पुलिस सूरज की तलाश में जुटी थी।
शराब तस्करी से आरोपितों ने जुटाए थे दस लाख
बुधवार की रात टिकिया टोली स्थित शिवपुर से पुलिस ने सूरज, छेदी और अमन कुमार को दबोच लिया। पूछताछ में सूरज ने बताया कि 2016 में सभी शिवम के साथ शराब तस्करी करते थे। इस दौरान करीब दस लाख रुपये जुटाए। पैसा महेंद्रू सेंट्रल बैंक की शाखा में जमा कर दिया गया। इसी बीच शिवम ने सूरज से बहन की शादी के नाम पर एटीएम कार्ड मांग लिया। करीब तीन वर्ष तक शिवम किश्तों में रुपये निकालते रहा। जब सूरज रुपया मांगता था तो डांट-फटकार कर भगा देता था।
हत्या की योजना बनाकर पहुंचे थे महावीर लेन
टाउन डीएसपी सुरेश कुमार ने बताया कि गिरफ्तार सूरज के अनुसार सोमवार की रात चंदन उर्फ खुजली उर्फ मछली, छेदी, अमन और सूरज पैसा मांगने और नहीं देने पर हत्या की मंशा से महावीर लेन पर शिवम को खोजने गए थे। इसी बीच शिवम के पिता धीरेंद्र मिल गए। सूरज ने पिस्टल से दो गोली और चंदन ने कट्टा से एक गोली दाग दी। सूरज ने भागने के क्रम में टिकिया टोली नाले में पिस्टल फेंक दिया। पुलिस ने पिस्टल बरामद कर लिया है। पुलिस के अनुसार 2011 में शिवम जेल जा चुका है। अब पुलिस के सामने तीनों आरोपितों के बयान के बाद पुलिस उलझन में पड़ गई है। क्योंकि शिवम ने चाचा सहित परिवार के छह सदस्यों पर पिता की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है।