घाटों पर 200 वाच टावर और 609 चेंजिंग रूम बनकर तैयार
छठ व्रत के अर्घ्य को लेकर गंगा घाटों पर लगभग हर जरूरी इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं।
पटना। छठ व्रत के अर्घ्य को लेकर गंगा घाटों पर लगभग हर जरूरी इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं। गंगा घाटों पर 314 शौचालय, 556 यूरिनल एवं 90 चापाकल की व्यवस्था की गई है। साथ ही 91 नियंत्रण कक्ष, 14 सहायक नियंत्रण कक्ष, 200 वाच टॉवर, 609 चेंजिंग रूम एवं 10 यात्री शेड का भी इंतजाम है।
प्रत्येक नियंत्रण कक्ष एवं वाच टावर पर अलग-अलग पब्लिक एड्रेस सिस्टम की व्यवस्था की गई है। चिह्नित घाटों पर 100 सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था की गई है। प्रत्येक घाट पर चिकित्सक एवं पारा मेडिकल स्टाफ की आवश्यक दवाओं के साथ प्रतिनियुक्ति की गई है। घाट के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था भी की गई है। घाटों एवं एम्बुलेंस की अस्पतालों के साथ टैगिंग, निजी अस्पतालों-नर्सिंग होम से समन्वय, पीएमसीएच, एनएमसीएच, आइजीआइएमएस में विशेष व्यवस्था एवं चार रिवर एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है। संबंधित विभागों के कर्मी रहेंगे तैनात
निर्बाध एवं सुरक्षित विद्युत आपूर्ति के लिए प्रत्येक घाट पर विद्युत अभियंताओं के नेतृत्व में विद्युत कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। प्रत्येक घाट पर महत्वपूर्ण दूरभाष संख्या का प्रदर्शन किया गया है। नगरवासियों से सहयोग संबंधी अपील के फ्लैक्स भी लगाए गए हैं। बुनियादी सुविधाओं संबंधी साइनेज का प्रदर्शन किया गया है। दंडाधिकारियों-पुलिस कर्मियों व विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों के लिए ड्रेस कोड, फ्लोरेसेन्ट जैकेट एवं कैप की व्यवस्था की गई है। आमजन को घाटों से संबंधित सूचनाओं की जानकारी के लिए मोबाइल एप की व्यवस्था की गई है। प्रत्येक घाट एवं वाच टावर पर दंडाधिकारियों व सिविल डिफेन्स के वालंटियर्स तथा पुलिस पदाधिकारियों व पुलिस कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। नदी गश्ती लिए प्रतिनियुक्ति की गई है। 38 स्थानों पर रहेगा ड्रॉप गेट
यातायात के नियंत्रित परिचालन के लिए शहर का यातायात प्लान तैयार किया गया है। यातायात के दृष्टिकोण से सभी संवेदनशील स्थलों पर ट्रैफिक पुलिस की प्रतिनियुक्ति की गई है। यातायात के सुगम संचालन के लिए 38 स्थलों पर ड्रॉप गेट की व्यवस्था की गई है। एनडीआरएफ की 7 टीमें 70 बोट के साथ तैनात
प्रत्येक घाट पर नाव-नाविक एवं गोताखोरों की प्रतिनियुक्ति की गई है। छठ के लिए एनडीआरएफ की 7 टीमों के 280 जवानों को 70 बोट के साथ प्रतिनियुक्त किया गया है। ड्रेस कोड में दिखेंगे पदाधिकारी और कर्मचारी
जिलाधिकारी ने बताया कि छठ घाटों पर प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों एवं कर्मियों की आसानी से पहचान की जा सकती है। इसके लिए ड्रेस कोड बनाया गया है। दंडाधिकारियों के लिए ब्लू रंग का फ्लोरोसेंट जैकेट, सिविल डिफेंस के लिए हरे रंग का फ्लोरोसेंट जैकेट, पुलिस कर्मी के लिए लाल रंग का फ्लोरोसेन्ट जैकेट, नगर निगम के कर्मी के लिए हल्का हरे रंग का फ्लोरोसेंट जैकेट तथा विद्युत कर्मी के लिए भी अलग ड्रेस निर्धारित की गई है। घोषित किए गए हैं खतरनाक घाट
पटना सदर अनुमंडल के शिवा घाट, दीघा, मीनार घाट, कुर्जी घाट, पाटलिपुत्रा घाट, एलसीटी घाट, टीएन बनर्जी घाट, मिश्री घाट, जजेज घाट, अदालत घाट, सिपाही घाट, अंटा घाट, बीएन कॉलेज घाट, बाकीपुर क्लब घाट, जहाज घाट। पटना सिटी अनुमंडल क्षेत्र के खाजेकला घाट, केशव राय घाट, अदरख घाट, मिरचाई घाट, गड़ेरिया घाट, पिरदमरिया घाट, नन्दगोला घाट, नुरूद्दीनगंज घाट तथा देवराहा बाबा घाट। 21 घाट समूहो का किया गया गठन
जिलाधिकारी कुमार रवि ने 21 घाट समूहों का गठन किया है। इसमें जिला एवं अनुमंडल स्तरीय पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है। छठ पूजा समिति के साथ समन्वय स्थापित किया जा रहा है। 92 घाटों पर पटना नगर निगम द्वारा घाट निर्माण, संपर्क पथ, पार्किंग स्थल, रोशनी एवं नदी में बैरिकेडिंग की व्यवस्था गई है, जबकि दानापुर अनुमंडल क्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाले छह घाटों पर घाट निर्माण, संपर्क पथ, पार्किंग स्थल, रोशनी एवं नदी में बैरिकेडिंग का कार्य नगर परिषद, दानापुर द्वारा किया जा रहा है।