देश एक बार फिर विश्व गुरु बनने की राह पर : श्याम रजक
सुशासन एवं संयुक्त राष्ट्र संघ की ओर से घोषित सतत विकास के लक्ष्य विषय पर रविवार को सेमिनार आयोजित
पटना। 'सुशासन एवं संयुक्त राष्ट्र संघ की ओर से घोषित सतत विकास के लक्ष्य' विषय पर रविवार को भारतीय लोक प्रशासन संस्थान, बिहार क्षेत्रीय शाखा पटना द्वारा संगोष्ठी का आयोजन किया गया। बख्तियारपुर इंजीनियरिग कॉलेज में आयोजित संगोष्ठी की अध्यक्षता युगल किशोर सिंह ने की। उन्होंने सरकार के सकारात्मक पहलुओं पर ध्यान दिलाया।
मौके पर मौजूद उद्योग मंत्री श्याम रजक ने कहा कि तकनीक का उपयोग विकास के लिए होना चाहिए, न कि विनाश के लिए। बिहार और देश एक बार पुन: विश्व गुरु बनने की दिशा में काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय लोक प्रशासन संस्थान (आइआइपीए) को हरसंभव मदद मिलेगी। संस्थान को कमरे भी दिये जायेंगे। इसके लिए आइआइपीए लिखित रूप से दे। अगर उद्योग विभाग के पास कोई जगह खाली होगी तो उपलब्ध कराई जाएगी। सहयोग से ही नीतिया सही तरीके से काम करती हैं। नीतिया बनाने के साथ-साथ उसे पालन करने के लिए आपकी सोच में बदलाव लाना होगा। उन्होंने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में हर क्षेत्र में विकास हो रहा है। लेकिन, बिहार के समक्ष चुनौतिया भी हैं। आर्थिक संसाधनों की कमी है। इस कमी को नीतीश कुमार दूर करने में लगे हुए हैं। इस मौके पर इंटरनेशनल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के निदेशक प्रो. जगदीश प्रसाद ने कहा कि इन लक्ष्यों की प्राप्ति में सरकार की अहम भूमिका होगी। इसमें सरकार की भूमिका के दो परिप्रेक्ष्य हैं। पहला नीतियों एवं कार्यान्वयन करने वाले सरकारी तंत्रों के बीच सही समन्वय तथा दूसरा, उन्हीं लक्ष्यों पर बल देना जो सुशासन की परिधि में हो। विकास के लिए पार्टनरशिप जरूरी है। आइआइपीए के वाइस चेयरमैन डॉ. एनपी यादव ने कहा कि इच्छा जरूरी है। इससे खुद विकास होगा। नीतीश कुमार ने दिखाया है कि झारखंड अलग होने के बाद बिहार को कैसे आगे बढ़ाया जाए। आर्थिक स्तर बिहार कमजोर हुआ, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इच्छाशक्ति ने बिहार को आगे बढ़ाया है। नीतिया बन रही हैं। इसमें सभी का सहयोग जरूरी है। आइआइपीए के सेक्रेटरी डॉ. आरके वर्मा ने कहा कि बिहार प्रदेश ने पिछले 10 वषरें में अपने सतत विकास से लोगों का दिल जीता है। विकास की दिशा में बिहार आगे बढ़ रहा है। बिहार के सामने सबसे बड़ी चुनौती आर्थिक संसाधनों का अभाव है। आर्थिक संसाधनों के मोबिलाइजेशन के लिए अदिस अबाबा एक्शन प्लान द्वारा बताये गये उपाय भारतीय परिस्थितियों के अनुकूल हैं। इस मौके पर डॉ. वर्मा ने आइआइपीए ब्राच 2018-19 की गतिविधियों एवं वित्तीय लेखा-जोखा प्रस्तुति किया। मौके पर आइआइपीए के चेयरमैन इंजीनियर जेके सिंह, डॉ. शशि भूषण कुमार, दिलीप कुमार के साथ अन्य लोगों ने अपनी बातें रखीं। विजेताओं को किया गया पुरस्कृत
इस अवसर पर राज्य स्तरीय जेकेपी सिन्हा मेमोरियल लेख प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। विजेताओं में प्रथम स्थान एएन कॉलेज की मोनिका हरि को मिला तो दूसरा स्थान अरविंद महिला कॉलेज की मीनाक्षी अग्रवाल और तीसरा स्थान गुलजारबाग राजकीय महिला कॉलेज की शिल्पा तथा आरएन कॉलेज के प्रणव को मिला। इसके साथ श्यामली और प्रज्ञा श्री को भी पुरस्कृत किया गया।