सुरक्षित भविष्य के लिए जल का संरक्षण जरूरी
जल ही जीवन है। इसके बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती।
पटना। जल ही जीवन है। इसके बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। जहां एक ओर पूरा देश जल संकट से जूझ रहा है, वहीं दूसरी ओर हम सभी मिलकर जल की बर्बादी करने में लगे हैं। ऐसे में जल की एक-एक बूंद बचाने के लिए सभी को आगे आने की जरूरत है। दैनिक जागरण संस्कारशाला के दौरान ये बातें कंकड़बाग न्यू ऐरा स्कूल में बच्चों को शिव कुमार व सुनैना ने कहीं। स्कूल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान बच्चों को जल की उपयोगिता, इसके संरक्षण और इसके प्रति जागरूक करने के लिए छोटी-बड़ी कहानियों के जरिए प्रमुख बातें बताई गई। बच्चों को जल की उपयोगिता बताते हुए शिव कुमार ने कहा कि हम सभी जल की उपयोगिता भली-भांति जानते हैं। लेकिन इस दिशा में हम सभी जागरूक नहीं हैं। घर से लेकर सड़क किनारे नल से पानी की बर्बादी खूब होती है, लेकिन हम सभी अपनी नजरों को मोड़कर आगे बढ़ जाते हैं। ऐसे में लोगों की मानसिकता होती है कि जब आसपास के लोग इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं तो मुझे क्या लेना है। इस विचारधारा को बदलने की जरूरत है। एक सभ्य नागरिक होने के नाते हम सभी को जल की एक-एक बूंद बचाने की जरूरत है। अगर इसके प्रति आज हम सभी जागरूक नहीं हुए तो भविष्य में जल के लिए युद्ध होगा। हर साल जल का स्तर नीचे गिरता जा रहा है। बच्चों ने संस्कारशाला के दौरान कई सवाल-जवाब भी किए।
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दैनिक जागरण द्वारा आयोजित संस्कारशाला कार्यक्रम बच्चों के लिए शिक्षाप्रद होने के साथ बेहतर इंसान बनने की शिक्षा देता रहा है। संस्कारशाला के अतंर्गत कहानी के माध्यम से जल ही जीवन के बारे में बच्चों को जागरूक किया गया। बच्चों के मानसिक पटल पर इस प्रकार का आयोजन गहरी छाप छोड़ता है। ये बच्चे इन विषयों के प्रति गंभीर होने के साथ अपने घर एवं आसपास रहने वाले लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करेंगे। ऐसा आयोजन आए दिन हर स्कूल और कॉलेजों में कराने की जरूरत है।
डॉ. नीना कुमार, प्राचार्य, न्यू एरा पब्लिक स्कूल