मार्च तक पीएनजी से 5000 घरों में जलेंगे चूल्हे
पीएनजी के इस्तेमाल से प्रदूषण में भी कमी आएगी।
पटना। गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया (गेल) की पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) और कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) से सामाजिक-आर्थिक स्थिति बदल जाएगी। पटना की करीब 50 लाख की आबादी आने वाले समय में सस्ता ईधन मुहैया होगा। रसोई, गाड़ियों, पब्लिक ट्रांसपोर्ट, ऊर्जा खपत वाले उद्योगों, होटल और रेस्टोरेंट को सीधे फायदा पहुंचेगा। 17 फरवरी को प्रधानमंत्री बीआइटी में पीएनजी से चूल्हा जलाएंगे। बेली रोड और पटना सिटी में सीएनजी स्टेशन का लोकार्पण करेंगे।
पटना शहरी क्षेत्र से बाहर नौबतपुर में 31 मार्च तक बिहार का तीसरा सीएनजी स्टेशन चालू हो जाएगा। इससे मसौढ़ी, नौबतपुर, बिक्रम और बिहटा इलाके के लोग अपनी गाड़ियों में सीएनजी फिलिंग करा सकेंगे। पटना शहरी क्षेत्र में दीघा, अनिसाबाद, कंकड़बाग और न्यू बाईपास पर एक-एक सीएनजी स्टेशन छह माह के भीतर चालू हो जाएगा।
पटना शहरी क्षेत्र में 5000 घरों में पीएनजी का मीटर लगा दिया गया है। सबसे पहले बीआइटी के पांच हॉस्टल में कॉमर्शियल और आवासीय कॉलोनी के 24 घरों में चूल्हा जलेगा। जगदेव पथ के आसपास और आरा गार्डेन रोड में बारी-बारी से मीटर चालू किया जाएगा। जलालपुर सिटी, दानापुर रेलवे कॉलोनी तक 5000 किचेन में पीएनजी से चूल्हे जलेंगे।
द्वितीय चरण में शास्त्री नगर, विद्युत बोर्ड कॉलोनी, पुनाईचक इलाके में सुविधा होगी। तीसरे चरण में गांधी मैदान, फ्रेजर रोड और बेली रोड इलाके के लोगों को पीएनजी की सुविधा मिलेगी। छह महीने में कंकड़बाग कॉलोनी तक पीएनजी उपलब्ध होगी।
गेल के मुख्य महाप्रबंधक पवन शर्मा ने गुरुवार को बीआइटी में लगाए गए मीटर का परीक्षण किया। बताया गया कि पटना में तीन ऑटोमोबाइल वितरकों के यहां सीएनजी ऑटो उपलब्ध हो गए हैं। कोई भी व्यक्ति खरीद कर परिवहन विभाग से पंजीयन करा सकता है। परिवहन विभाग को सीएनजी गाड़ियों के पंजीयन के लिए गेल ने पत्र भेज दिया है।
: 45 फीसद कम कार्बन :
होटल-रेस्टोरेंट जहां कमर्शियल एलपीजी अथवा जहां कोयले का इस्तेमाल होता है, उसकी तुलना में पीएनजी से कार्बन डाइआक्साइड उत्सर्जन में 45 फीसद कमी आएगी। डीजल और किरासन की तुलना में 30 फीसद कम कार्बन निकलेगा। औद्योगिक क्षेत्र की इकाइयों को भी कोयले और एलपीजी की तुलना में सस्ती पीएनजी और प्रदूषण में कमी का लाभ मिलेगा।
: सस्ता होगा सफर :
सीएनजी से पेट्रोल गाड़ी का परिचालन खर्च करीब आधा हो जाएगा। इसी तरह डीजल ऑटो की तुलना में सीएनजी से सफर सस्ता हो सकेगा। पटना में पब्लिक ट्रांसपोर्ट, किचेन गैस और उद्योग को सस्ते ईधन का फायदा पहुंच सकेगा।
-------