पटना की सबसे बड़ी स्लम बस्ती में बनेंगे 1188 फ्लैट, 20 साल तक किस्तों में दें पैसे
पटना में सबको आशियाना दिलाने की कोशिश की जाएगी। इसके तहत घर के साथ 75 फीसद जमीन पर पार्क, सड़क, फुटपाथ आदि का निर्माण किया जाएगा।
By Edited By: Published: Thu, 14 Feb 2019 11:18 PM (IST)Updated: Fri, 15 Feb 2019 11:25 AM (IST)
पटना, जेएनएन। शहर को को स्मार्ट बनाने के लिए हर ओर से पहल शुरू कर दी गई है। अब स्लम बस्तियों में भी चमचमाती इमारत दिखेगी। कई लोगों को आशियाने मिलेंगे। राजधानी की सबसे बड़ी स्लम बस्ती में शुमार कमला नेहरू नगर में रहने वाले लोगों के लिए खुशखबरी है। 8.06 एकड़ में फैली इस कॉलोनी की जमीन पर अब पांच मंजिला भवन बनेंगे। कुल मिलाकर 1188 फ्लैट का निर्माण होगा।
कम कीमत पर मिलेंगे पक्के मकान
नए भवन बनने पर स्लम एरिया में रहने वाले बीस हजार लोगों को रहने के लिए पक्के मकान कम कीमत पर मिल जाएंगे। गुरुवार को पटना नगर निगम की सशक्त स्थायी समिति की बैठक में इसकी स्वीकृति मिल गई। निगमायुक्त अनुपम कुमार सुमन ने बताया कि इस भूखंड की 25 प्रतिशत जमीन पर भवन का निर्माण किया जाएगा। बाकी बची 75 फीसद जमीन का इस्तेमाल सड़क, फुटपाथ, पार्क एवं वेंडिंग जोन के लिए किया जाएगा। इस परियोजना का प्रारूप आर्किटेक्ट कपूर एंड एसोसिएट द्वारा तैयार किया गया है। निर्माण पर कुल लागत 188.42 करोड़ रुपये आएगी।
बीस साल तक किस्तों में वसूली जाएगी कीमत
इस परियोजना को पूरा करने का कार्य प्रधानमंत्री आवास योजना, हुडको से प्राप्त ऋण एवं निगम के आंतरिक स्रोतों से होगा। फ्लैट की लागत आवंटियों से 20 साल तक किस्तों से वसूला जाएगी।
500 यूनिट शौचालय को स्वीकृति
इसके अलावा राजधानी के सभी स्लम बस्तियों में सामुदायिक शौचालय का निर्माण होगा। बैठक में 500 यूनिट शौचालय बनाने की स्वीकृति दी गई। यही नहीं इसके लिए निविदा भी निकाली गई है। इसमें आठ कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई थी जिनमें दो का चयन किया गया है। इसके रखरखाव के लिए निगम द्वारा वहां के वाशिंदों की एक कमेटी बनाई जाएगी। बैठक में पटना नगर निगम में सेवा काल में मृत 50 कर्मचारियों के आश्रितों को अनुकंपा पर नौकरी दिए जाने की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई।
कम कीमत पर मिलेंगे पक्के मकान
नए भवन बनने पर स्लम एरिया में रहने वाले बीस हजार लोगों को रहने के लिए पक्के मकान कम कीमत पर मिल जाएंगे। गुरुवार को पटना नगर निगम की सशक्त स्थायी समिति की बैठक में इसकी स्वीकृति मिल गई। निगमायुक्त अनुपम कुमार सुमन ने बताया कि इस भूखंड की 25 प्रतिशत जमीन पर भवन का निर्माण किया जाएगा। बाकी बची 75 फीसद जमीन का इस्तेमाल सड़क, फुटपाथ, पार्क एवं वेंडिंग जोन के लिए किया जाएगा। इस परियोजना का प्रारूप आर्किटेक्ट कपूर एंड एसोसिएट द्वारा तैयार किया गया है। निर्माण पर कुल लागत 188.42 करोड़ रुपये आएगी।
बीस साल तक किस्तों में वसूली जाएगी कीमत
इस परियोजना को पूरा करने का कार्य प्रधानमंत्री आवास योजना, हुडको से प्राप्त ऋण एवं निगम के आंतरिक स्रोतों से होगा। फ्लैट की लागत आवंटियों से 20 साल तक किस्तों से वसूला जाएगी।
500 यूनिट शौचालय को स्वीकृति
इसके अलावा राजधानी के सभी स्लम बस्तियों में सामुदायिक शौचालय का निर्माण होगा। बैठक में 500 यूनिट शौचालय बनाने की स्वीकृति दी गई। यही नहीं इसके लिए निविदा भी निकाली गई है। इसमें आठ कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई थी जिनमें दो का चयन किया गया है। इसके रखरखाव के लिए निगम द्वारा वहां के वाशिंदों की एक कमेटी बनाई जाएगी। बैठक में पटना नगर निगम में सेवा काल में मृत 50 कर्मचारियों के आश्रितों को अनुकंपा पर नौकरी दिए जाने की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई।
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