रोजगार मेले में 1637 युवाओं की हसरत हुई पूरी
सुबह के 11 बजे युवाओं की भीड़ और हरेक की आंखों में नौकरी पाने की चाहत।
सुबह के 11 बजे युवाओं की भीड़ और हरेक की आंखों में नौकरी पाने की चाहत। कोई अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए तो कोई अपने परिवार के दायित्व को निभाने के लिए तो कोई अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए नौकरी की तलाश में था। नौकरी की हसरत लिये युवा सुबह से शाम तक मैदान में इस काउंटर से उस काउंटर भागदौड़ करते रहे। अपनी योग्यता और प्रतिभा के बल पर नौकरी पाने की होड़ पाटलिपुत्र मैदान में देखने को मिल रही थी। राष्ट्रीय कौशल विकास निगम एनएसडीसी की ओर से तीन दिवसीय रोजगार मेले के दूसरे दिन रोजगार और प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं की भीड़ लगी रही। मैदान में लगे बोर्ड पर देश की विभिन्न कंपनियों की ओर से जॉब प्रोफाइल को लेकर जानकारी लगी थी। अपनी-अपनी योग्यता के अनुसार लोग फॉर्म भरकर विभिन्न कंपनियों द्वारा लगाए गए स्टॉल पर आवेदन जमा कराए। रोजगार मेले के दूसरे दिन लगभग छह हजार युवाओं ने मेले में भाग लिया। इसमें 2117 लोगों ने निबंधन कराया। मेले में आयी 68 कंपनियों द्वारा 1637 उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया गया।
नौकरी की चाहत में कम पड़ गई दूरियां : पाटलिपुत्र मैदान में लगे तीन दिवसीय रोजगार मेले के दूसरे दिन शहर से लेकर गांव-कस्बों से काफी संख्या में पुरुष व महिलाएं नौकरी की चाहत में मैदान में डटे रहे। छपरा के रहने वाले स्नातक पास आशुतोष का कहना था कि नौकरी पाने के लिए कुछ तो संघर्ष करना पड़ेगा। घर की जिम्मेदारी है तो ठंड और गर्मी का मौसम मायने नहीं रखता। वही, मनेर से आए रोहित ने कहा कि पढ़ाई के साथ अगर रोजगार मिल जाए, तो यह बड़ी बात है। रोजगार मेले के दूसरे दिन भी काफी संख्या में उत्सुक युवा और युवतियों की भीड़ दिखी। कोई रजिस्ट्रेशन काउंटर पर अपना नाम दर्ज कराते दिख रहा था कोई अलग-अलग सेक्टर के लिए आवेदन देने में लगा था। मेले में आए पटना के सोनू कुमार ने कहा कि युवाओं को अपने कौशल के हिसाब से उचित अवसर मिले तो देश में कोई बेरोजगार नहीं होगा। जीवन बीमा निगम के मणिकांत मिश्रा की माने तो रोजगार ढूंढ रहे युवाओं के लिए बेहतर मंच है। वही एनएसडीसी के अमृत बताते हैं कि मेले में विभिन्न कंपनियों की सहभागिता है, जो युवाओं की प्रतिभा को पहचान नौकरी मिल रही है। मेले में युवाओं को परामर्श केंद्र पर विभिन्न सेक्टरों से जुड़ी जानकारी दी जा रही है। इससे आने वाले दिनों में उन्हें बेहतर लाभ मिलेगा।
कौशल प्रशिक्षण को बढ़ावा देने में संस्था की भूमिका -
राष्ट्रीय कौशल विकास निगम की ओर से निजी प्रशिक्षण प्रदाताओं के साथ साझेदारी में कौशल प्रशिक्षण को बढ़ावा देती है। कौशल विकास निगम की स्टेट एलियांज अधिकारी भावना बताती हैं कि एनएसडीसी के पास देश के 550 से अधिक जिलों में सात हजार से अधिक प्रशिक्षण केंद्रों का नेटवर्क, 350 से अधिक प्रशिक्षण प्रदाता और 39 सेक्टर स्किल परिषद है। इसके माध्यम से 1.4 करोड़ लोगों को 40 से अधिक क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्रदान कर चुका है। युवाओं को रोजगार मुहैया एवं उन्हें सशक्त बनाने में यह भारत सरकार की उत्कृष्ट योजना है। समय-समय पर ऐसे आयोजन होने से युवाओं को उनकी प्रतिभा के अनुसार नौकरी मिल सकेगी।
रोजगार मेला हम युवाओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। कौशल के हिसाब से युवाओं को नौकरी मिल रही है अपने आप में बड़ी बात है। रोजगार मेले में पहली बार आई हूं। अपनी प्रतिभा को समझने का अवसर मिला है।
संजीव कुमार रोजगार मेले में कृषि से जुड़ नौकरी के लिए आए हैं। मेले में विभिन्न कंपनियों ने भाग लिया है। उम्मीद है इसका परिणाम बेहतर होगा। कुछ जगहों पर आवेदन दी हूं।
सौम्या श्रीवास्तव रोजगार मेले में पहली बार आना हुआ है। अपनी योग्यता के अनुसार मेले में विभिन्न जगहों पर आवेदन दी हूं। उम्मीद है परिणाम बेहतर होगा।
गीता कुमारी, गर्दनीबाग पढ़ाई के साथ-साथ रोजगार मिल जाए, जिसके लिए मेले में आई हूं। बैंक, जीवन बीमा आदि विभिन्न सेक्टरों में आवेदन दी हूं। ऐसे आयोजन होने से युवाओं को आत्मबल बढ़ता है।
लवली कुमारी, पटना सिटी राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के तहत तीन दिवसीय रोजगार मेला युवाओं के लिए प्रेरक साबित हो रहा है। केन्द्र व राज्य सरकार की ओर से आयोजित मेले में दूर-दराज से काफी संख्या में युवाओं की भीड़ पहुंच रही है। यहां योग्यता के अनुसार लोगों को रोजगार मिला है। इस आयोजन के लिए संस्था कीे ओर से विभिन्न कॉलेजों में भी प्रचार किया गया था, जिसका अच्छा परिणाम देखने को मिल रहा है।
भावना, स्टेट ऑफिसर एलायंस