हार्डिग पार्क से खुलेंगी सवारी गाडि़यां
रेलवे की ओर से पटना घाट की 22 एकड़ जमीन के बदले बिहार सरकार से हार्डिग पार्क की जमीन की मांग की गई है।
पटना । रेलवे की ओर से पटना घाट की 22 एकड़ जमीन के बदले बिहार सरकार से हार्डिग पार्क की खाली पड़ी जमीन की मांग की गई है। रेलवे इस जमीन को विकसित कर सवारी ट्रेनों के लिए अलग से स्टेशन बनाने की योजना पर तेजी से काम कर रही है। इस संबंध में दानापुर मंडल रेल प्रबंधक रंजन प्रकाश ठाकुर ने बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस संबंध में अनुरोध किया है। सीएम की ओर से इस प्रस्ताव पर चर्चा करने का आश्वासन दिया गया है।
इस संबंध में दानापुर के एक वरीय अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पटना जंक्शन काफी लोडेड स्टेशनों में से एक है। यहां से प्रतिदिन 300 से अधिक ट्रेनें गुजरती हैं। जंक्शन पर 10 प्लेटफॉर्म बनाए गए हैं जहां हमेशा कोई न कोई ट्रेन खड़ी रहती है। अब इस स्टेशन का विस्तार संभव नहीं है। बिहार सरकार की ओर से रेलवे को हार्डिग पार्क की जमीन दे दी जाती है तो यहां सवारी गाड़ियों के लिए अलग से स्टेशन बनाया जाएगा। यहां से मोकामा, किउल, आरा, बक्सर, हाजीपुर के लिए सवारी गाड़ियां चलाई जाएंगी। इस जमीन पर चार प्लेटफॉर्म बनाए जा सकते हैं जहा से बेरोकटोक ट्रेनों का परिचालन किया जा सकता है। इस जमीन के मिलने से पटना जंक्शन से 60 से अधिक ट्रेनों का दबाव कम हो जाएगा। रेलवे की ओर से यहां आधुनिक यात्री सुविधाओं से युक्त स्टेशन विकसित किया जाएगा। आने वाले दिनों के लिए यह सबसे बड़ी आवश्यकता होगी। पटना जंक्शन से ट्रेनों का परिचालन अभी ही चरम पर पहुंच गया है। इस स्टेशन के विकसित होने के बाद पटना जंक्शन से कुछ नए ट्रेनों का परिचालन भी संभव हो सकेगा। रेलवे की ओर से इस प्रस्ताव पर तेजी से काम चल रहा है। सबकुछ ठीक रहा तो बिहार सरकार भी इस जमीन को शीघ्र ही रेलवे को हस्तानांतरित कर देगी।