सुरक्षा के कड़े इंतजाम, सीसीटीवी से नजर
दुर्गापूजा को लेकर राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद है।
पटना । दुर्गापूजा को लेकर राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती की गई है। सभी पूजा पंडालों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। पंडाल के पास ही कंट्रोल रुम बने हैं। चौबीस घंटे पूजा समिति के सदस्य स्क्रीन पर आने-जाने वालों पर नजर रखे हुए हैं। डॉग और बम स्क्वायड टीमें भी लगातार भीड़-भाड़ वाले इलाकों में गश्त कर रही हैं। पूरे जिले में सात हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। पंद्रह सौ सादे लिवास में सुरक्षाकर्मी भी सड़कों पर गश्त लगा रहे हैं। इसके अलावा पूर्व में संवेदनशील और अति संवेदनशील चिन्हित जगहों पर केंद्रीय पुलिस बल की भी तैनाती की गई है। वहीं फायर बिग्रेड, वज्र वाहन और एंबुलेंस को भी जगह-जगह पर अलर्ट मोड में रखा गया है। वहीं मंगलवार को आइजी नय्यर हसनैन खान, डीआइजी राजेश कुमार, एसएसपी मनु महाराज ने राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। रावण वध में सुरक्षा की तैयारियों का मूल्यांकन करने के लिए गांधी मैदान पहुंचे। अधिकारियों ने रावण वध कार्यक्रम के दौरान गांधी मैदान के सभी गेटों पर सुरक्षा के खास इंतजाम रखने के साथ -साथ सभी गेट खुले रखने के निर्देश दिए। मैदान के आसपास और कैमरे लगाने को कहा। इनके निर्देश पर 32 अतिरिक्त कैमरे और लगाए गए। मैदान में बने वाच टावर पर दो -दो सुरक्षाकर्मियों को तैनात करने को कहा। वहीं दुर्गापूजा और रावण वध के दौरान शहर की ट्रैफिक व्यवस्था ठीक तरह से संचालित हो इसके लिए भी जरुरी निर्देश के साथ- साथ उसपर जल्द अमल करने को कहा। बाद सभी अधिकारी राजधानी के पूजा पंडालों का निरीक्षण किया और वहां पर तैनात पुलिसकर्मियों को बेहतर पुलिसिंग के साथ-साथ भीड़ पर नजर रखने खासकर महिलाओं, बच्चियों और बुजुर्गो पर ध्यान देने को कहा। इस दौरान पूजा समितियों को भी सुरक्षा व्यवस्था में मदद के अपील की। वहां से सभी अधिकारी गंगा घाटों पर भी गए जहां प्रतिमाओं का विसर्जन होगा। तैयारियों का जायजा लिया। इस बाबत डीआइजी राजेश कुमार ने कहा कि राजधानी सहित पूरे जिले में सुरक्षा के काफी इंतजाम किये गए हैं। केंद्र द्वारा भेजी गई रैफ की एक कंपनी को भी कुछ जगहों पर तैनात किया गया है। विसर्जन के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम रखने को कहा गया है। साथ ही घाट पर एनडीआएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय गोताखोरों को भी रखने के निर्देश दिए गए हैं।