प्रशांत किशोर बनाए गए JDU के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, केसी त्यागी के बयान पर राजद का तंज
प्रशांत किशोर को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाए जाने पर जदयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने सीएम नीतीश कुमार के फैसले का समर्थन किया है। जिसपर राजद ने तंज कसा है।
पटना [जेएनएन]। प्रशांत किशोर को जदयू का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाए जाने पर पार्टी के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने सीएम नीतीश के फैसले का समर्थन किया है तो वहीं इस फैसले पर राजद ने तंज कसा है। एक ओर जहां केसी त्यागी ने कहा कि नीतीश का फैसला पार्टी के लिए सर्वोपरि है, वहीं राजद नेता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि ये जदयू की गिरती साख का सबसे बड़ा उदाहरण है।
जदयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर को उनकी क्षमता, कार्यकुशलता, योग्यता को देखते हुए जदयू का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया है और प्रशांत किशोर राजनीति ढांचे के लिये कोई नये व्यक्ति नहीं हैं। 2014 में वह नरेंद्र मोदी जी के साथ काम कर चुके हैं।
त्यागी ने कहा कि 2015 में महागठबंधन को विजयी बनाने में नीतीश कुमार और लालू यादव के साथ काम कर चुके हैं। यूपी में राहुल गांधी व अखिलेश यादव के साथ भी उन्होंने काम किया है। यद्यपि वह किसी पॉलिटिकल सिस्टम का हिस्सा नहीं थे लेकिन राजनीतिक घटनाक्रम को उन्होंने करीब से देखा है।
उनके इस बयान पर राजद नेता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि प्रशांत किशोर भले ही रणनीतिकार हों लेकिन वो राजनीतिज्ञ नहीं हैं। उन्हें बिहार के राजनीतिक इतिहास के बार में कुछ पता नहीं है। जदयू ने ये कांट्रैक्ट पर बहाली की है। जिन लोगों को राजनीति की एबीसीडी पता नहीं उन्हें इतने बड़े पद पर बैठा दिया है। इससे पार्टी की संगठनात्मक स्थिति पता चलती है। पार्टी के लिए इतने साल से लगातार काम करने वालों की कोई पूछ नहीं है।
इससे पता चलता है कि जदयू और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की साख कितनी गिर गई है। एक महीना पहले जो व्यक्ति पार्टी में शामिल होता है उसे अगले ही महीने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना देना बिहार की जनता के समझ से परे है। राजनीतिक जानकारों की समझ से परे है।
इस बात का जवाब देते हुए केसी त्यागी ने कहा कि कि हमारे यहां पार्टी का ढांचा जिस तरह का है और हमारे पार्टी के नीतीश कुमार संस्थापक भी हैं और पार्टी के प्रेरणादायक भी हैं। इसलिये उनके फैसले को सब लोग स्वीकार करते हैं और उनके इस फैसले को भी सभी लोगों ने स्वीकार किया है।