मेडिकल के क्षेत्र में बड़े निवेश की है जरूरत
पटना। चिकित्सा ने अब उद्योग का रूप ले लिया है। इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश की जरूरत है। निवेश
पटना। चिकित्सा ने अब उद्योग का रूप ले लिया है। इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश की जरूरत है। निवेशकों को बिहार में चिकित्सक लाएं। ये बातें बुधवार को बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष अरुण अग्रवाल ने डॉक्टर्स डे पर उत्कृष्ट कार्य के लिए 11 चिकित्सकों को सम्मानित करने के लिए बीआइए सभागार में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कहीं। उन्होंने इस सेक्टर में राज्य सरकार से मिलने वाले सहयोग को भी बताया। कहा कि चिकित्सक और सरकार के बीच बिहार इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन सेतु का काम करेगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सीआरएस कमेटी के अध्यक्ष मनीष कुमार तिवारी ने की। इस अवसर पर बीआइए सभागार में नेत्र जांच शिविर का भी आयोजन किया गया।
चिकित्सा अब बन गई है उद्योग
कैप्टन डॉ. विजय शंकर ने कहा कि चिकित्सा पहले सेवा थी। अब उद्योग का रूप ले रही है। कॉरपोरेट सेक्टर के आने से चिकित्सा महंगी हो गई है। आम जनता तक गुणवत्तायुक्त स्वास्थ सुविधा पहुंचाने की चुनौती बन गई है। कम पैसा वाले चिकित्सा कैसे करा पाएंगे।
अब इलाज हुआ सहज
पारस हॉस्पीटल के रविशंकर सिंह ने कहा कि कॉरपोरेट क्षेत्र की हॉस्पीटल बेहतर सेवा दे रही है। इस तरह की सेवा लेने के लिए लोगों को दिल्ली सहित अन्य शहरों में जाना पड़ता था, लेकिन अब पटना में ही वो सुविधा मिल रही है। पारस ग्रुप दरभंगा में भी एक हॉस्पीटल खोलने जा रहा है। पारस के डॉ. प्रमोद ने कहा कि पारस हॉस्पीटल में अमेरिका, इंग्लैंड, मुंबई, दिल्ली जैसी स्वास्थ सेवा उपलब्ध कराई जा रही है। राज्य सरकार समान्य स्वास्थ्य केन्द्रों में बेहतर सेवा उपलब्ध कराए।
चिकित्सक और रोगी के बीच हो बेहतर संबंध
डॉ.अजय ने कहा कि हॉस्पीटल को उद्योग बनने से अब कोई रोक नहीं सकता है। कॉरपोरेट हॉस्पीटल अब जरूरत बन गई है। चिकित्सक और रोगी के बीच बेहतर संबंध हो। इसमें बीआइए अहम भूमिका निभाए। डॉ. वसंत सिंह ने कहा कि 30 मिनट लोग मॉर्निगवॉक करें। ह्रृदयरोग, लकवा, मधुमेह आदि रोगों से मुक्ति मिल जाएगी।
ये चिकित्सक हुए सम्मानित
डॉ. सहजानंद प्रसाद सिंह, डॉ. संजीव रंजन सिंह, डॉ. वसंत सिंह, कैप्टन डॉ. विजय शंकर सिंह, डॉ. विमल कारक, डॉ. केके मिश्रा, पद्मश्री डॉ.नरेन्द्र प्रसाद, डॉ. रविशंकर सिंह, डॉ. प्रमोद, डॉ. अजय, डॉ. अरुण अग्रवाल।