जल्द बदल जाएगी नवादा स्टेशन की सूरत
नवादा रेलवे स्टेशन के दिन बहुरने वाले हैं। जल्द ही इसकी सूरत बदल जाएगी। किउल-गया रेलखंड के दोहरीकरण व विद्युतीकरण का काम इसी साल पूरा होना है। इसके साथ ही इस रेलखंड के स्टेशनों को नया लुक देने की कवायद तेज हो गई है। सबकुछ ठीक-ठाक रहा तो अगले कुछ दिनों में भूमि पूजन व कार्यारंभ भी हो जाएगा। कार्य के लिए एजेंसी का चयन कर लिया गया है। सरस्वती पूजा यानि वसंत पंचमी के दिन ही भूमि पूजन होना था लेकिन तकनीकी कारणों से यह संभव नहीं हो सका। तकनीकी अड़चनों को दूर करने पर काम तेजी से चल रहा है।
नवादा रेलवे स्टेशन के दिन बहुरने वाले हैं। जल्द ही इसकी सूरत बदल जाएगी। किउल-गया रेलखंड के दोहरीकरण व विद्युतीकरण का काम इसी साल पूरा होना है। इसके साथ ही इस रेलखंड के स्टेशनों को नया लुक देने की कवायद तेज हो गई है। सबकुछ ठीक-ठाक रहा तो अगले कुछ दिनों में भूमि पूजन व कार्यारंभ भी हो जाएगा। कार्य के लिए एजेंसी का चयन कर लिया गया है। सरस्वती पूजा यानि वसंत पंचमी के दिन ही भूमि पूजन होना था, लेकिन तकनीकी कारणों से यह संभव नहीं हो सका। तकनीकी अड़चनों को दूर करने पर काम तेजी से चल रहा है।
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क्या-क्या होना है निर्माण
- नवादा स्टेशन के नए भवन का निर्माण होगा, इसके साथ ही तीन प्लेटफार्म बनाए जाएंगे, प्लेटफार्म एक की लंबाई को बढ़ाया जाएगा। प्लेटफार्म 1 की लंबाई 649 मीटर की होगी। इससे लंबी ट्रेनों के ठहराव में आसानी हो सकेगा। स्टेशन का भवन 130 मीटर लंबा व 8 मीटर चौड़ा होगा। कुल 1040 वर्ग मीटर में निर्माण होगा। वेटिग हॉल, चैम्बर, पैनल रूम, स्टेशन मास्टर कक्ष, रेस्ट हाउस, जीआरपी भवन आदि का निर्माण होगा। बता दें कि इस स्टेशन का निर्माण 1998 में कराया गया था। 122 साल बाद नव निर्माण होना है।
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कहां आ रहा व्यवधान
- काम में कुछ तकनीकी पेंच आ रहा है। नवादा स्टेशन से उत्तर स्थित मालगोदाम के पास से गुजरने वाली नवादा-जमुई पथ पर एनएचआइ द्वारा फ्लाईओवर का निर्माण कराया जाना है। डबल लेन की बनने वाली फ्लाइओवर का निर्माण इंदिरा चौक से काली मंदिर तक होगा। इस फ्लाइओवर के निर्माण ने रेलवे की तैयारियों में पेंच फंसा दिया है। दरअसल स्टेशन के नए भवन निर्माण की तैयारी रेलवे अपनी सुविधा अनुसार मालगोदाम के पास वाली भूमि पर की थी, लेकिन एनचचआइ द्वारा फ्लाईओवर की जो रूप रेखा तैयार की गई वह रेलवे की तैयारियों में अड़चन खड़ा कर दिया है। अब रेलवे नए सिरे से योजना को मूर्तरूप देने की तैयारी में है।
रेलवे मालगोदाम के जीर्ण-शीर्ण भवन को हटाकर वहां स्टेशन बनाने का प्लान तैयार किया गया था। लेकिन, फ्लाइओवर भी उसी दिशा से गुजरना है। रेलवे की परेशानी ये है कि वर्तमान स्टेशन से दक्षिण दिशा यानि गया ओर खुरी नदी होने के कारण उधर जगह नहीं है। उस रूट में कोई काम हो ही नहीं सकता है। इसे जो भी करना है उत्तर दिशा यानि किउल रूट की ओर ही करना है।
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समस्या का निकाला जा रहा हल
- नए सिरे से रेलवे जो प्लान तैयार कर रही है उसमें वर्तमान स्टेशन के स्थान पर ही नया भवन का निर्माण कराने का है। इससे रेलवे को एक ये फायदा होगा कि वर्तमान परिसर का सही उपयोग हो जाएगा। रेलवे के पास स्टेशन के लिए इतनी पर्याप्त भूमि और जगह दूसरी जगह उपलब्ध नहीं है। वैसे, एक बात साफ है कि जो कुछ भी होना है जल्द ही होगा। इरकॉन के सीजीएम का दौरा होना है। उसमें सबकुछ तय हो जाएगा।
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धनंजय कंस्ट्रकशन को दिया गया है काम
- विभागीय सूत्र बताते हैं कि नवादा रेलवे स्टेशन के नए भवन निर्माण का काम जहानाबाद के किसी धनंजय कंस्ट्रकशन को दिया गया है। यह कंपनी नवादा के अलावा शादिकपुर व बाघीबरडीहा स्टेशनों का निर्माण भी कराएगी। कंपनी इस रेलखंड पर पूर्व में एकसारी, गरसंडा और करौटा स्टेशनों का निर्माण करा चुकी है।
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कहते हैं अधिकारी
- नवादा स्टेशन का विस्तार व नया भवन निर्माण का कार्य होना है। स्वीकृति मिल गई है। जल्द ही काम शुरू होने की उम्मीद है।
तारकेश्वर प्रसाद, वरीय प्रशाखा अभियंता, नवादा।