रांची से सीतामढ़ी तक के सफर पर रिक्शे से चले छह मजदूर
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश में हुए लॉकडाउन के बाद दूसरे राज्यों में रह रहे बिहारी लोगों खासकर मजदूर तबके का जीना मुहाल हो गया है।
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश में हुए लॉकडाउन के बाद दूसरे राज्यों में रह रहे बिहारी लोगों खासकर मजदूर तबके का जीना मुहाल हो गया है। वह जैसे-तैसे अपना बोरिया-बिस्तर समेटकर घर पहुंचने की जद्दोजहद में जुटे हैं। सोमवार को रजौली चेक पोस्ट पर सीतामढ़ी के छह मजदूर रांची से रिक्शा चलाकर पहुंचे। यहां पहुंचते ही इन सभी की स्वास्थ्य जांच कराई गई। उसके बाद आगे जाने की इजाजत दी गई। रिक्शे से सफर कर रहे सीतामढ़ी के कासिम ने बताया कि सभी लोग रांची में ठेला चलाकर अपना भरण-पोषण करते थे, लेकिन काम बंद हो जाने की वजह से भुखमरी का संकट उत्पन्न हो गया है। इसी कारण सभी रिक्शे से ही अपने घर के लिए निकल पड़े हैं। कासिम ने कहा, हम लोग शनिवार को ही रांची से निकले हैं। उम्मीद है कि आठ दिनों में घर पहुंच जाएंगे और अपने बाल-बच्चों के साथ रहेंगे। इसी उम्मीद में सभी लोग दिन-रात रिक्शा चला रहे हैं। थक जाने पर सड़क किनारे ही लेट जाते हैं और अपनी थकावट को दूर कर फिर गंतव्य की ओर बढ़ चलते हैं।