प्राइवेट स्कूल संचालकों की बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा
नवादा जिला प्राइवेट स्कूल संचालकों की बैठक रविवार को जूम एप के माध्यम से हुई।
नवादा जिला प्राइवेट स्कूल संचालकों की बैठक रविवार को जूम एप के माध्यम से हुई। अध्यक्षता प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष प्रो. विजय कुमार ने की। एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद द्वारा पटना से देखरेख की जा रही थी। इस दौरान कोविड-19 महामारी को लेकर लगातार स्कूल बंद होने से उत्पन्न संकट जैसे बच्चों की पढ़ाई, शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों का वेतन भुगतान आदि पर चर्चा की गई।
जिलाध्यक्ष ने कहा कि जिले में प्रत्येक स्कूल बच्चों की पढ़ाई ऑनलाइन करवा रहे हैं। इससे बच्चों को काफी लाभ मिल रहा है। साथ ही बच्चों की ऑनलाइन परीक्षा लेने की व्यवस्था भी पूरी कर ली गई है। किसी भी परिस्थिति में बच्चों को कोई नुकसान होने नहीं दी जाएगी। प्राइवेट स्कूल की मूल पूंजी बच्चे हैं। एसोसिएशन के महामंत्री धर्मेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि प्राइवेट स्कूल संचालक का ध्यान बच्चों की पढ़ाई पर रहती है। उसी प्रकार लॉकडाउन हटने का इंतजार छोड़ अभिभावक भी स्कूल आना-जाना शुरू करें। ताकि विगत तीन माह से शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों का बकाया वेतन धीरे-धीरे भुगतान किया जा सके। उन्होंने कहा कि प्राइवेट स्कूल अपनी सारी छुट्टी समाप्त कर बच्चों का सिलेबस पूरा करेगा। यह हमारी जवाबदेही है। प्रभात कुमार ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार को प्राइवेट स्कूल के शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मियों के लिए विशेष पैकेज की व्यवस्था करनी चाहिए। प्रदीप कुमार ने कहा कि इस विकट परिस्थिति में आरटीई के तहत तीन साल का बकाया राशि का भुगतान कर दिया जाय तो 25 फीसद राहत मिल सकता है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना महामारी के समय स्कूल संचालकों को धैर्य से काम करना है। किसी भी परिस्थिति में बच्चों को कोई अहित नहीं हो। खासकर इस परिस्थिति में संगठन की एकता को कायम रखने की जरूरत है। समय के साथ हर जख्म भरता है। मौके पर पीके पंकज, शशि शेखर, रविद्र कुमार, भोला कुमार पांडेय, डॉ.राजकुमार ओझा, प्रेम कुमार, मो.शमशेर आलम, मो.हसनैन सिद्दकी, मो.असफाक आलम व प्रीति कुमारी शामिल थीं।