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फोरलेन में अधिगृहित भूमि पर निर्मित भवन को कराया ध्वस्त

राजगीर-बोधगया पथ को फोरलेन बनाने के लिए अधिग्रहित फल्डू गांव के अशोक कुमार उर्फ विजय कुमार के मकान को ध्वस्त कराया गया। जेसीबी के सहारे भवन को ध्वस्त किया गया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 18 Apr 2019 10:54 PM (IST)Updated: Thu, 18 Apr 2019 10:54 PM (IST)
फोरलेन में अधिगृहित भूमि पर  निर्मित भवन को कराया ध्वस्त
फोरलेन में अधिगृहित भूमि पर निर्मित भवन को कराया ध्वस्त

राजगीर-बोधगया पथ को फोरलेन बनाने के लिए अधिग्रहित फल्डू गांव के अशोक कुमार उर्फ विजय कुमार के मकान को ध्वस्त कराया गया। जेसीबी के सहारे भवन को ध्वस्त किया गया। सदर एसडीओ अनु कुमार, भू-अर्जन पदाधिकारी बीरेन्द्र कुमार, सीओ कुमार विमल प्रकाश, गायत्री कंस्ट्रक्शन के प्रोजेक्ट मैनेजर नागेश्वर राव, सीनियर इंजीनियर अरविन्द कुमार, मनोज कुमार, थानाध्यक्ष दीपक कुमार राव की मौजूदगी में मकान को ध्वस्त कराया गया। उक्त भवन राजगीर-बोधगया राजमार्ग पर फल्डू गांव में खाता संख्या 91, प्लौट संख्या 660, एराजी 10 डिसमिल पर निर्मित था। मकान ध्वस्त कराए जाने पर भू-स्वामी काफी नाराज दिखे। भूस्वामी अशोक की पत्नी शारदा देवी व उनकी मां बेदामी देवी ने उपस्थित अधिकारियों के समक्ष अपनी आपत्ति जताई। उनका कहना था कि रैयती भूमि पर उनके परिजनों द्वारा भवन का निर्माण कराया गया है। यह भूमि कोशला निवासी रामयतन सिंह के पुत्र उदयभान सिंह व राजकुमार से 3 जुलाई 2008 को खरीदी गई थी, जिसके बाद भवन का निर्माण कराया गया। भूमि को फोरलेन के लिए अधिग्रहित किया गया। भूमि के एवज में विभाग के माध्यम से मुआवजा मिला। लेकिन भवन का मुआवजा आज तक नहीं मिल सका है। भू-अर्जन कार्यालय के पत्रांक 170 दिनांक 18 मार्च 2019 को निर्मित संरचना की मुआवजा भुगतान के लिए नोटिस मिली थी, जिसमें 26 अप्रैल को अपना पक्ष रखने को कहा गया था। लेकिन निर्धारित तिथि को बिना पक्ष सुने आनन-फानन में बिना सूचना और मुआवजा भुगतान के मकान को ध्वस्त करा दिया गया, जो अनुचित है। इस भवन में धान समेत अन्य सामग्री रखे हुए थे। इस भूमि पर बोरिग भी हुआ है। इधर, सदर एसडीएम समेत अन्य पदाधिकारियों ने बताया कि फोरलेन में भूमि का अधिग्रहण किया गया है। इसके एवज में राशि का भुगतान भू-स्वामी को कर दिया गया है। इस भूमि पर निर्मित संरचना पीएचईडी विभाग द्वारा किया गया है। बिहारशरीफ के कार्यपालक अभियंता के पत्रांक 434 दिनांक 25 फरवरी 2019 व नवादा के कार्यपालक अभियंता द्वारा दिए गए रिपोर्ट में उल्लेख है कि यह भवन पीएचईडी का है। जिसमें 10 वर्ष पहले इस विभाग के कर्मचारी का आवास था। डीएम के आदेश पर फोरलेन के कार्य को प्रगति को देखते हुए यह कार्रवाई की गई है। दूसरी ओर, सीओ ने बताया कि भवन को ध्वस्त कर दिया गया है। उस भवन से 34 पैकेट धान, एक अल्युमिनियम का बंद बक्सा, एक बोरा यूरिया, ट्रैक्टर का टायर उठाकर अंचल कार्यालय लाया गया है। उक्त समान को ले जाने के लिए भूस्वामी को सूचना दी जाएगी।

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