पकरीबरावां में ऐतिहासिक धरोहरों की सुरक्षा भगवान भरोसे
- बुधौली मठ से हो चुकी है कई बार मूर्तियों की चोरी - डुमरावां गांव से भी हुई है बेशकीमती मूर्तियों की चोरी ----------------- फोटो-10 --------------- संवाद सूत्र पकरीबरावां
एक ओर सरकार जहां धरोहरों के संरक्षण की बात करती है, वहीं दूसरी ओर जिले के पकरीबरावां में धरोहरों की सुरक्षा भगवान भरोसे है। इन धरोहरों की सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं होने के कारण कई बार मूर्तियों की चोरी हो चुकी है। प्रखंड के बुधौली गांव स्थित बुधौली मठ ऐतिहासिक स्थल माना जाता है। गौरतलब है कि नवादा के पूर्व सांसद डॉ. भोला सिंह ने इसे राष्ट्रीय पर्यटक स्थल का दर्जा दिलाए जाने का भरोसा दिलाया था। यह अलग बात है कि इसे पर्यटक स्थल का दर्जा अबतक नहीं मिल सका, पर इसे पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जा सकता है। जानकारों की मानें तो मठ में देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद, विनोवा भावे, लोकनायक जयप्रकाश नारायण, सीमांत गांधी सहित अन्य कई महापुरुष आए थे। यहां पूर्व में दर्जनों बेशकीमती मूर्तियां थी। सुरक्षा के अभाव में कई मूर्तियां चोरी कर ली गईं। शेष बचे मूर्तियों की सुरक्षा के भी कोई इंतजाम नहीं हैं।
-----------
डुमरावां देवी मंदिर में हैं कुषाणकालीन मूर्तियां
- डुमरावां देवी मंदिर में भी मूर्तियों की सुरक्षा भगवान भरोसे है। हाल तक देवी स्थान के आस पास खुदाई करने पर मूर्तियां निकलती थी। लगभग चार साल पूर्व यहां भगवान विष्णु की मूर्ति निकली है। देवी स्थान में मूर्तियां खंडित हैं। लोगों का कहना है कि मूर्तियों पर डोनेटेड बाई कनिष्क लिखा हुआ है। लोगों का कहना है कि यहां से पूर्व के वर्षों में कई मूर्तियों की चोरी हुई है। खासकर एक पांच फीट ऊंची बेशकीमती मूर्ति की चोरी कर ली गई है।